
National Highway
हरदा. केंद्र सरकार की भारतमाला परियोजना अंतर्गत जिले में बनने वाले 30 किमी फोरलेन मार्ग निर्माण में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने फेरबदल कर दिया। पूर्व में इसकी चौड़ाई 60 मीटर रखी गई थी। लेकिन अब इसे 45 मीटर कर दिया गया है। इसमें कई किसानों की जमीन कम प्रभावित होने से उन्हें निराश होना पड़ रहा है। ऐसे में विभाग को फिर से नया गजट नोटिफिकेशन जारी करना पड़ेगा। इधर, मार्ग निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। इस हफ्ते में निर्माण एजेंसी का खुलासा होगा। विभाग ने इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग 59-ए को बैतूल नेशनल हाइवे 47 में बदलने और फोरलेन बनाने की तैयारियां पूरी कर ली थी। लेकिन अब जमीन की चौड़ाई कम होने से आने वाली दिक्कतों को लेकर एनएचएआई 27 फरवरी को बैठक आयोजित करने वाला है।
सिक्स लेन के हिसाब से बनाया था जमीन अधिग्रहित का प्लान
एनएचएआई हरदा से टेमागांव तक 30 किमी में बायपास का निर्माण होगा। इसके लिए सरकार ने 419 करोड़ लागत तय की है। वहीं विभाग ने फोरलेन के लिए 60 मीटर चौड़ाई रखी थी, ताकि भविष्य में इसे सिक्सलेन करें तो सरकार के पास जमीन उपलब्ध रहे। गत सितंबर माह में विभाग ने फोरलेन निर्माण का राजपत्र भी जारी किया था। इसमें सैकड़ों किसानों और सरकारी जमीन अधिग्रहित हो रही थी लेकिन किसानों को जमीन के बदले दी जाने वाली राशि अधिक होने के चलते विभाग ने मार्ग की चौड़ाई 45 मीटर कर दी है। इसके अनुसार ही जमीन अधिग्रहित की जाएगी। पूर्व बनाई गई योजना में बायपास निर्माण में किसानों की कृषि भूमि लगभग 150 हेक्टेयर, फॉरेस्ट की जमीन 33.940 हेक्टेयर, सरकारी जमीन 37 हेक्टेयर अधिग्रहित करने के लिए चिह्नित की गई।
हाइवे पर नर्मदा मंदिर के सामने से बनेगा फोरलेन बायपास मार्ग
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ग्राम हरदाखुर्द के सामने नर्मदा मंदिर से फोरलेन बायपास का काम शुरू होगा। इसके बाद यह मार्ग संस्कार स्कूल और अबगांवखुर्द के बीच स्थित खेतों में से होकर निकलेगा। अगला हिस्सा गांव उड़ा-खिडक़ीवाला से होते हुए टेमागांव तक बनेगा। उड़ा गांव के पास से रेलवे लाइन के उपर से फ्लाई ओवरब्रिज का भी निर्माण किया जाएगा।
किसानों ने दूसरी जगह कर लिए थे जमीन के सौदे
एनएचएआई ने पूर्व में जिन किसानों की जमीन चिह्नित की थी। कई किसानों ने जमीन अधिग्रहित होने के बदले मिलने वाली राशि से दूसरी जगह पर जमीन खरीदने के लिए सौदे भी कर लिए थे। किंतु अब विभाग ने जमीन की चौड़ाई 60 मीटर से बदलकर 45 मीटर करने से किसानों में निराशा है। किसानों ने बताया कि पूर्व में किसानों की दो से तीन एकड़ जमीन अधिग्रहित होने वाली। लेकिन अब एक एकड़ या आधा एकड़ जमीन ही प्रभावित होगी।
प्रभावित होगी 15 गांवों की जमीन
ज्ञात हो कि फोरलेन बायपास निर्माण में जिले के 15 गांवों की कृषि और सरकारी जमीन प्रभावित हो रही है। इसमें ग्राम हरदाखुर्द, अबगांवकला, उड़ा, खिडक़ीवाला, भाटपरेटिया, बरकला, बेहराखेड़ी, बलियाखेड़ी, सोडलपुर, बहरागांव, सिरकंबा, डोलरया, टेमागांव, उसकल्ली शामिल हैं।
पत्र लिखा गया है
एनएचएआई ने जमीन की 60 मीटर चौड़ाई की जगह पर 45 मीटर कर दी है। सडक़ किनारे स्थित शासकीय संपत्तियों के मूल्यांकन के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है और जानकारी मांगी गई है।
एचएस चौधरी, एसडीएम, हरदा
Published on:
25 Feb 2020 07:01 am
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