
तीन साल बाद गलत जाति में प्रवेश लेने का आरोप लगाकर छात्रा को घर ले जाने का कह रहा प्रबंधन
हरदा। जवाहर नवोदय विद्यालय चारूवा में तीन साल पहले प्रवेश लेने वाली छात्रा के पालकों को अब उसे स्कूल से घर ले जाने को कहा जा रहा है। पालकों से कहा जा रहा है कि उन्होंने जाति का गलत उल्लेख कर प्रवेश पाया। कई दिनों से फोन पर स्कूल प्रबंधन की यह बात सुन रहे पालकों ने कलेक्टर से शिकायत की है।
छात्रा सलोनी के दादा मथुराप्रसाद निवासी जात्राखेड़ी ने बताया कि वर्ष 2015 में बेटी ने नवोदय की प्रवेश परीक्षा पास की थी। इसके बाद उसे प्रवेश दिलाया गया। सलोनी तीन साल से स्कूल में पढ़ाई कर रही है। पिछले कुछ दिनों से उनकेे मोबाइल पर स्कूल की ओर से कॉल आ रहे हैं। इसमें कहा जा रहा है कि जाति का गलत विवरण दिया है। अपनी बेटी को घर ले जाएं।
छात्रा नवोदय विद्यालय में पढऩा चाहती है
मथुराप्रसाद के मुताबिक एक बार स्कूल की टीचर ने उनसे यह तक कहा कि छात्रा का मन नहीं लग रहा। उसे घर ले जाए। जबकि हकीकत यह है कि सलोनी वहीं पढऩा चाहती है। मथुराप्रसाद के मुताबिक बेटे ने दूसरी शादी कर ली है। सलोनी को रखने वाला उनके सिवाय कोई नहीं। बुजुर्ग अवस्था में वे उसका पालन ठीक ढंग से नहीं कर पाते। नवोदय स्कूल में प्रवेश मिलने से उन्हें उम्मीद थी कि बेटी का भविष्य बनेगा, लेकिन पिछले दिनों से आ रहे कॉल ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने प्रशासन से इस दिशा में सकारात्मक कार्रवाई की मांग की है। इधर, इस संबंध में चर्चा के लिए नवोदय स्कूल के प्राचार्य जे. लाल से चर्चा के लिए उनके मोबाइल पर दो बार संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
प्रवेश के दौरान दिया था जाति प्रमाण पत्र
मथुराप्रसाद के मुताबिक सलोनी के प्रवेश के दौरान उन्होंने एसडीएम द्वारा जारी पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण पत्र दिया था। फॉर्म पर एक जगह चूक से अजजा के कॉलम पर टिक लग गया था। तीन साल बाद अब इस मुद्दे को उठाकर उनकी बेटी को स्कूल से निकालने को कहा जा रहा है।
Published on:
17 Sept 2018 12:09 pm
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