
एक आरोपी उसके साथ पढ़ता था, एक साल से अपहरण की योजना बना रहे थे
हरदा. जिला अस्पताल की डॉ. शैलजा महाजन के पुत्र वेदांत महाजन (20) का गत दिवस अपहरण करने वाले आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से वेदांत को बंधक बनाने वाले सामान भी जब्त किया। दोनों आरोपी भी नाबालिग हैं और उसके अपहरण के लिए पिछले एक साल से योजना बना रहे थे। वहीं 15 दिन से उसके आने-जाने की रैकी कर रहे थे। एक युवक उसके साथ पहले स्कूल में पढ़ता था। पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह एवं एएसपी हेमलता कुरील ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी का खुलासा किया। इस दौरान उन्होंने छात्र वेदांत के की मां डॉ. महाजन एवं उसके पिता केके महाजन को भी बुलाया था। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह लगभग पौने 11 बजे से हरदा डिग्री कॉलेज से घर जाने के लिए निकला था। इस दौरान दोनों नाबालिग आरोपियों ने उसे खंडवा बायपास चौराहे पर हनुमान मंदिर के पास से रोक लिया। आरोपियों ने उससे घर छोडऩे के लिए लिफ्ट मांगी। तीनों माईस्ट्रो स्कूटर से कलेक्ट्रेट, इंडस्ट्रीज एरिया, यादव छात्रावास के पास ले गए। यहां से शहर के खेड़ीपुरा से होते हुए मगरधा रेलवे गेट ले गए। जहां ट्रेन, जंगल दिखाया। इसके बाद उसे चौबे कॉलोनी स्थित मकान के उपर वाले कमरे में ले गए। जहां वेदांत को कोल्ड्रडिंक पिलाया। हाथ, मुहं और आंखे बंद कर उसे कमरे में बंद कर दिया। वेदांत को मोबाइल लेकर उसकी सिम निकाली। इसके बाद आरोपियों ने 30 किमी दूर सिराली रोड पर पिपल्या गांव के अंदर मकड़ाई में जाकर दोबारा मोबाइल में सिम लगाकर वेदांत की मां डॉ. महाजन को फोन करके उसके अपहरण करने और फिरौती की राशि का इंतजाम करने के लिए कहा। मोबाइल की लोकेशन ट्रेस होते ही दो टीमों को रवाना किया गया। शाम को 5.45 बजे से आरोपियों ने वेदांत को अस्पताल चौराहे पर छोड़ दिया और उसे दोस्ती की कसम देते हुए बुरा श्राप लगने का भय दिखाकर कुछ भी नहीं बताने के लिए कहा। इसके बाद वेदांत घर पहुंचा था। सुबह आरोपियों को उनके घर से पकड़ा गया। जिनके पास से वेदांत का स्कूली बैग, मोबाइल, परिचय पत्र एवं स्कूटर जब्त किया गया। इसके अलावा वेदांत के हाथ, पैर बांधने वाली रस्सी, रुमाल व मुंह पर चिपकाने वाला टैप भी बरामद किया। आरोपियों की गिरफ्तार में टीआई पंकज त्यागी, उप निरीक्षक केशव शर्मा, आरपी कबरेती, पीएसआई रीना ठाकुर, सहायक उप निरीक्षक उमेश रघुवंशी, प्रधान आरक्षक आशीष तिरोल्या, संजय ठाकुर, राजेश तिवारी, अनिता शर्मा, साइबर सेल प्रभारी अमित शर्मा, बबलू गिनारे की सराहनीय भूमिका रही।
Updated on:
05 Sept 2017 03:31 pm
Published on:
05 Sept 2017 03:14 pm
बड़ी खबरें
View Allहरदा
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
