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ये कैसा मेंटेनेंस…5 घंटे कटौती,रात में बार-बार गुल होती रही बिजली

हरदा। भीषण गर्मी के बीच बिजली कंपनी मेंटेनेंस के नाम पर 5-5 घंटे कटौती कर रही है। इसके बाद भी रात में कभी भी अचानक बिजली गुल हो जाती है। जिससे उमस और मच्छरों की भरमार के बीच लोगोें भरपूर नींद सो पाना भी मुशकिल होने लगा है। बिजली कंपनी ने बुधवार को जिला पंचायत फीडर का मेंटेनेंस किया। इस फीडर से जुड़े क्षेत्रों में चिलचिलाती धूप और तीखी गर्मी के बीच सुबह 9 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक लगातार कटौती की। इसके बावजूद गुरुवार को रातभर इस फीडर से जुड़े क्षेत्र सादानी कॉलोनी में बार बार बिजली गुल होती रही

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हरदा

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Mahesh bhawre

May 26, 2023

ये कैसा मेंटेनेंस...5 घंटे कटौती,रात में बार-बार गुल होती रही बिजली

What kind of maintenance... 5 hours cut, frequent power failure at night

---बीते डेढ़ साल से बिजली कंपनी लगभग हर माह ही मेंटेनेंस के नाम पर कटौती कर रही है।इसके बाद भी बिजली व्यवस्था कभी भी बिगड़ जाती है। कई बार बिना हवा आंधी चलने और बारिश के बगैर भी अचानक कटौती शुुरु कर दी जाती है। जिससे लोगों की रातों की नींद ***** हो गई है। रातभर लोग बच्चों और बुुुजुर्गों को हवा करते रहे हैं। कामकाजी लोगों की नींद पूरी नहीं होेने से उनमें चिढ़चिढ़ापन और अनिद्रा के कारण अन्य बीमारियां बढ़ रही है।


सादानी कॉलोनी निवासी बीएल ठाकरे ने बताया कि बुधवार को सुबह 9 से दोपहर ढाई बजे तक लगातार कटौती ने बेहाल किया। मेंटेनेंस से उम्मीद थी कि अब व्यवस्था ठीक रहेगी,लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गुरुवार रात को तीन से चार बार लंबे समय बिजली गुल रही। इस कारण परिवार के बुजुर्ग व बच्चे सो नहीं पाए। मच्छरों के बीच उन्हें रुमाल से हवा करना पड़ा। जिला पंचायत के पास रहने वाले कमलेश ने बताया कि हर माह ही मेंटेनेंस के नाम पर कटौती के बाद भी कब बिजली गुल हो जाए पता नहीं। उन्होंने कहा कि ज्यादातर कटौती अब रात को 11-12 के बाद शुरु होती है,जो सुबह 4 बजे तक रहती है। इस बीच ठीक से नहीं ही नहीं हो पाती है। गृहिणी ममता बाई ने बताया कि मेंटेनेंस फिर अघोषित कटौती इसके बाद भी मनमाने बिल भेजे जा रहे हैं,जिनकी कोई सुनवाई नहीं होती है।

इनका कहना है
बिजली कटौती शहर और गांव दोनों में बढ़ रही है। जल्द ही बिजली कंपनी ने व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो जनता के साथ आंदोलन करेंगे। प्रशासन को इसकी सूचना दे दी है।
-लक्ष्मीनारायण पंवार,पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस
हवा में झूलते तार,बिजली के तार वायर पर लटकने वाली पेड की टहनियों की कटाई छंटाई कर उसे ठीक करने में समय लगता है। कई बार ट्रांसफार्मर आदि की शिफ्टिंग भी जरुरत और लोड के अनुसार करना पड़ता है। जिसमें समय लगता है। कभी कभी तकनीकी खामी या फाल्ट आने से यह स्थिति बन जाती है।
-आरके अग्रवाल,डीजीएम,बिजली कंपनी हरदा