वर्ष 2011 में यूपी के परिषदीय विद्यालयों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती हुई थी। जांच में सामने आया कि बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने फर्जी टीईटी अंकों के आधार पर नौकरी हासिल की। जांच में फर्जी पाये गये 32 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया, 2014 में 66 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। वर्ष 2015 में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान, गणित भर्ती में भी 15 फर्जी मिले थे। आगरा विश्वविद्यालय में वर्ष 2004-05 के बीएड करने वालों की आठ शिक्षक-शिक्षिकाओं को फर्जी पाया गया। इसके बाद दोनों को बर्खास्त किया गया।