
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माधौगंज के रुइया गढ़ी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बलिदानी राजा नरपत सिंह के शौर्य दिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं की सौगात दी और एक जनसभा को भी संबोधित किया।
अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल सरकार धर्मनिरपेक्षता के नाम पर दंगाइयों को संरक्षण दे रही है और वहां कानून व्यवस्था चरमरा गई है। योगी ने कहा कि “लातों के भूत बातों से नहीं मानते”, इसलिए ऐसे असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने वक्फ संशोधन बिल का उल्लेख करते हुए कहा कि इस कानून के लागू होने से अवैध रूप से कब्जाई गई जमीनों को मुक्त कराया जा रहा है, जिससे विपक्षी दलों को परेशानी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता जनता को भ्रमित कर रहे हैं, जबकि हमें संविधान में विश्वास रखते हुए विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस संशोधन के बाद जो जमीनें वापस मिली हैं, उन पर अस्पताल, स्कूल, विश्वविद्यालय, गरीबों के लिए मकान और निवेश परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि हरदोई जिले में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत हजारों लोगों को घर मिले हैं और आयुष्मान भारत योजना से लोगों को इलाज की सुविधा मिल रही है।
सीएम योगी ने यह भी कहा कि जब वह हाल ही में बंगाल गए थे, तो उन्होंने देखा कि वहां आए दिन दंगे होते हैं। उन्होंने कहा कि दंगाइयों से सख्ती से निपटने की जरूरत है, क्योंकि वे शांति की भाषा नहीं समझते। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल जल रहा है और राज्य की मुख्यमंत्री चुप हैं। वह दंगाइयों को शांतिदूत कहती हैं। लातों के भूत बातों से कहां मानने वाले हैं? खासकर मुर्शिदाबाद में बीते एक सप्ताह से जारी हिंसा पर भी उन्होंने चिंता जताई।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल के न्यायालय का आभार भी व्यक्त किया, जिन्होंने राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की अनुमति दी, जिससे अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी है। उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से तैनात बल अब वहां शांति बहाली के लिए काम कर रहे हैं।
Updated on:
15 Apr 2025 03:59 pm
Published on:
15 Apr 2025 03:56 pm
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