उन्होंने कहा कि कॉलेजों में शिक्षक समझाते विद्यार्थियों को। कर अधिकरी समझाते व्यापारी वर्ग को। जीएसटी पर सेमिनार होने चाहिए थे। बहुत से ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें जीएसटी के बारे में कुछ भी पता नहीं है। मैंने एक अधिकारी से पूछा कि जीएसटी को कौन सा राज्य प्राप्त करेगा, तो उसे पता नहीं था। हमें पता होना चाहिए कि जहां से माल का उत्पादन होता है, वही राज्य जीएसटी का हकदार होगा। जीएसटी के बारे में हर तबके को जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि यह परोक्ष कर है और हर व्यक्ति प्रभावित है।