एक्टिवेटेड चारकोल एक कोयला ही होता है, लेकिन ये नारियल की खोपड़ी, पेट्रोलियम कोक, कोयला, लकड़ी के कोयले से बनता है और इसे बहुत ही हाई टेंपरेचर पर प्रॉसेस किया जताा है। इससे ये एक्टिवेट हो जाता है। एक्टिवेटेड चारकोल को नमी और हवा से बचा कर रखने की जरूरत होती है। अगर इसमें नमी या हवा आ जाए तो ये सामान्य कोयले के समान हो जाती है और काम नहीं करती है।
जानिए औषधिय गुणों से एक्टिवेटेड चारकोल के फायदे
एक्टिवेटेड चारकोर सेहत से लेकर स्किन तक के लिए फायदेमंद होता है। इसे अगर पानी में डाल दिया जाए तो पानी शुद्ध हो जाता है। दांत साफ करने में भी इसका यूज किया जाता है। लेकिन बात स्किन की करें तो ये रंग निखारने का बहुत ही कारगर नुस्खा है। एक्टिवेटेड चारकाेल का यूज कैसे करना चाहिए , चलिए जानें।
चारकोल पाउडर को आप पानी में घोल लें और पेस्ट बना लें। याद रखें पेस्ट बनाने के बाद इसे लंबे समय तक छोड़ना नहीं होता है। इसे तुंरत चेहरे पर अप्लाई कर लें। बिलकुल मास्क की तरह। हालांकि, मास्क लगाने से पहले चेहरे को साफ जरूर कर लें और मास्क जब सूख जाए तो उसे सादे पानी से धो लें। अगर चेहरे पर चारकोल चिपका लगे तो आप इसे फेस वाश से भी साफ कर सकते हैं।
चारकोल स्क्रब
चारकोल पाउडर में कोई भी स्क्रब मिक्स कर उसे हल्के हाथों से चेहरे पर मलें। सूखने लगे तो इसमें थोड़ा पानी लें और कम से कम 10मिनट तक मसाज करें। अगर ड्राई स्किन है तो आप क्रीम बेस्ड स्क्रब का यूज करें और ऑयली स्किन है तो आप ऑयल फ्री स्क्रब में चारकोल मिलाएं। अच्छी तरह स्क्रबिंग के बाद आप इसे धो लें और किसी भी एंटी टैन क्रीम या लैक्टो टैन क्रीम से चेहेरे को मसाज करें। पानी से या फेसवॉश से चेहरा धो लें। वीक में कम से कम तीन या चार पर आपको चारकोल लगाना होगा।
अगर चेहरे पर झुर्रियां हैं तो इसे भी चारकोल से हटाया जा सकता है। बस चारकोल पाउडर को आप फेविकोल में मिक्स करें और इसका पील ऑफ मास्क बना लें। इसे चेहरे पर नीचे से ऊपर की ओर ब्रश से लगाते जाएं। याद रहे ये पील ऑफ मास्क है, इसलिए आइब्रोज और बालों को बचाते हुए लगाएं। फेस पर लगने के बाद बिलुकल शांत हो कर लेट जाएं। बोले नहीं। जब ये सूख जाए तो इसे पील कर लें। इससे चेहरे पर ग्लो भी आएगा और झुर्रियां भी दूर होंगी। हफ्ते में दो बार इसे लगाना सही होगा।