अश्वगंधा
अश्वगंधा को कई प्रकार से इस्तेमाल किया जा सकता है । यह आपके शरीर में हुए किसी भी छोटे-मोटे घाव को भरने में भी लाभदायक है। किसी भी प्रकार के बैक्टीरियल संक्रमण में भी अश्वगंधा का प्रयोग लाभदायक माना जाता है।
अश्वगंधा को कई प्रकार से इस्तेमाल किया जा सकता है । यह आपके शरीर में हुए किसी भी छोटे-मोटे घाव को भरने में भी लाभदायक है। किसी भी प्रकार के बैक्टीरियल संक्रमण में भी अश्वगंधा का प्रयोग लाभदायक माना जाता है।
इसे डायबिटीज के दवाई के रूप में भी लिया जाता है। यह काफी फायदेमंद होता है प्राकृतिक औषधि होने की वजह से इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इससे थायराइड की समस्या भी समाप्त होती है ।अश्वगंधा मांसपेशियों में शक्तिवर्धक ताकत बनाता है और सुधार भी करता है। अश्वगंधा में अवसाद में असरदायक और इसमें तनाव विरोधी गुण पाए जाते हैं।
मुलेठी अगर आप अक्सर सिरदर्द से परेशान रहते हैं तो मुलेठी आपके लिए बहुत काम की चीज है। मुलेठी चूर्ण या मुलेठी पाउडर के एक भाग में इसका चौथाई भाग कलिहारी चूर्ण और थोड़ा सा सरसों का तेल मिलाएं। इसे सूंघने से सिरदर्द से आराम मिलता है।
बालों की समस्या में भी मुलेठी लाभदायक है। मुलेठी और तिल को दूध में पीसकर सिर पर लेप लगाने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है।
माइग्रेन में भी मुलेठी लाभदायक होता है।मुलेठी चूर्ण या मुलेठी पाउडर में शहद मिलाकर इसे नेजल ड्राप की तरह नाक में डालें। इससे माइग्रेन के दर्द से आराम मिलता है।