क्या आपने कभी ये सुना है कि लोग डेड सी में नहाने सिर्फ इसलिए जाते हैं, ताकि वह अपने रोगों से छुटकारा पा सकें। इस समुद्र का पानी अपने चिकित्सीय महत्व के लिए जाना जाता है। तो चलिए आपको कुछ ऐसे ही औषधिय नमक के बारे में बताएं जो आपकी समस्या को दूर करने का काम करेंगें।
इन नमक के पानी में नहाने के जानिए फायदे-Know the benefits of bathing in these salt water एक्टिव डेड सी साल्ट
ये भी एक समुद्री नमक है। इसके पानी में नहाने से सोरायसिस, एक्जिमा और मुंहासों जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इस नमक में मौजूद तत्व व खनिज संरचना स्किन डिजीज और कई तरह के दर्द के लिए सबसे बेस्ट माने गए हैं। अधिकांश समुद्री नमक मुख्य रूप से सोडियम क्लोराइड होते हैं, लेकिन डेड सी के नमक में मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, ब्रोमाइड और सल्फर सहित 21 लाभकारी खनिज होते हैं। यह नमक गठिया, संधिशोथ, सोरियाटिक गठिया, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, पीठ दर्द और बर्साइटिस से पीड़ित लोगों को राहत देने के लिए जाना जाता है।
ये भी एक समुद्री नमक है। इसके पानी में नहाने से सोरायसिस, एक्जिमा और मुंहासों जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इस नमक में मौजूद तत्व व खनिज संरचना स्किन डिजीज और कई तरह के दर्द के लिए सबसे बेस्ट माने गए हैं। अधिकांश समुद्री नमक मुख्य रूप से सोडियम क्लोराइड होते हैं, लेकिन डेड सी के नमक में मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, ब्रोमाइड और सल्फर सहित 21 लाभकारी खनिज होते हैं। यह नमक गठिया, संधिशोथ, सोरियाटिक गठिया, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, पीठ दर्द और बर्साइटिस से पीड़ित लोगों को राहत देने के लिए जाना जाता है।
हिमालयी पिंक साल्ट क्रिस्टल
हिमालयन पिंक साल्ट पानी के साथ मिश्रित होने पर एक प्रभावी डिटॉक्सिफायर बन जाता है और त्वचा के साथ ऊतकों से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। यह नमक त्वचा में प्रवेश करता है, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे आप तरोताजा और पोषित महसूस करते हैं। यह नमक त्वचा की ऊपरी परत में जमा हो जाता है और एक प्राकृतिक सुरक्षात्मक फिल्म बनाता है, इससे स्किन तरोताजा बनती है और हाइड्रेट रहती है। कैल्शियम, लैक्टिक एसिड और अन्य ट्रेस खनिजों की उपस्थिति के कारण यह नमक मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाता है।
हिमालयन पिंक साल्ट पानी के साथ मिश्रित होने पर एक प्रभावी डिटॉक्सिफायर बन जाता है और त्वचा के साथ ऊतकों से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। यह नमक त्वचा में प्रवेश करता है, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे आप तरोताजा और पोषित महसूस करते हैं। यह नमक त्वचा की ऊपरी परत में जमा हो जाता है और एक प्राकृतिक सुरक्षात्मक फिल्म बनाता है, इससे स्किन तरोताजा बनती है और हाइड्रेट रहती है। कैल्शियम, लैक्टिक एसिड और अन्य ट्रेस खनिजों की उपस्थिति के कारण यह नमक मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाता है।
लैवेंडर बाथ सॉल्ट
यह लैवेंडर बाथ सॉल्ट त्वचा को फिर से जीवंत और डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। नेचुरल समुद्री नमक में लैवेंडर आवश्यक तेल, जैतून का तेल, सोडियम बाइकार्बोनेट, सोडियम बोरेट और विटामिन ई भी शामिल होता है जिसमें कोई सिंथेटिक रंग या सुगंध नहीं डाला जाता है।
यह लैवेंडर बाथ सॉल्ट त्वचा को फिर से जीवंत और डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। नेचुरल समुद्री नमक में लैवेंडर आवश्यक तेल, जैतून का तेल, सोडियम बाइकार्बोनेट, सोडियम बोरेट और विटामिन ई भी शामिल होता है जिसमें कोई सिंथेटिक रंग या सुगंध नहीं डाला जाता है।
एप्सम बाथ सॉल्ट
यह नमक शरीर के दर्द को कम करने के लिए जाना जाता है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद इस पानी से नहाने से महिलाओं को शारीरक दर्द और थकान के साथ कोशिकाओं की टूट-फूट हो रिपेयर करने में मदद मिलती है। एप्सम नमक स्नान से मांसपेशियों में दर्द, पैरों के दर्द, जोड़ों के दर्द, सूजन में बहुत लाभ मिलता है। इस नमक के पानी से नहाने से स्ट्रेस भी दूर होता है और तरोताजगी का अहसास होता है। ये नमक स्किन को भी डिटॉक्सीफाई करता है।
यह नमक शरीर के दर्द को कम करने के लिए जाना जाता है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद इस पानी से नहाने से महिलाओं को शारीरक दर्द और थकान के साथ कोशिकाओं की टूट-फूट हो रिपेयर करने में मदद मिलती है। एप्सम नमक स्नान से मांसपेशियों में दर्द, पैरों के दर्द, जोड़ों के दर्द, सूजन में बहुत लाभ मिलता है। इस नमक के पानी से नहाने से स्ट्रेस भी दूर होता है और तरोताजगी का अहसास होता है। ये नमक स्किन को भी डिटॉक्सीफाई करता है।
सेंधा नमक से स्नान
सेंधा नमक के पानी से नहाने से गठिया रोगों के उपचार में फायदा हो सकता है। अगर आप रूमेटाइड गठिया, सोरियाटिक गठिया, रीढ़ के जोड़ों में बेचैनी, सूजन और घुटने के पुराने दर्द से परेशान हैं, तो आपको नमक के पानी से नहाना चाहिए। ये एंटी एजिंग और स्किन को चमकदार भी बनाता है।
सेंधा नमक के पानी से नहाने से गठिया रोगों के उपचार में फायदा हो सकता है। अगर आप रूमेटाइड गठिया, सोरियाटिक गठिया, रीढ़ के जोड़ों में बेचैनी, सूजन और घुटने के पुराने दर्द से परेशान हैं, तो आपको नमक के पानी से नहाना चाहिए। ये एंटी एजिंग और स्किन को चमकदार भी बनाता है।
जानिए नमक का प्रयोग करने का सही तरीका-The right way to use salt
एक कप में 1/2 कप जैतून का तेल या बादाम तेल का उपयोग करें। उसमें कोई भी समुद्री नमक मिला लें। अब इसे अपने शरीर पर मल लें और कुछ नमक एक बाल्टी के पानी में भी मिला दें। शरीर में नमक के इस पेस्ट का मसाज करें और जब करीब आधे घंटे बाद आप नमक मिले पानी से स्नान कर लें।
एक कप में 1/2 कप जैतून का तेल या बादाम तेल का उपयोग करें। उसमें कोई भी समुद्री नमक मिला लें। अब इसे अपने शरीर पर मल लें और कुछ नमक एक बाल्टी के पानी में भी मिला दें। शरीर में नमक के इस पेस्ट का मसाज करें और जब करीब आधे घंटे बाद आप नमक मिले पानी से स्नान कर लें।
ऊपर बताए गए नमक आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध हैं। अपनी रोग और जरूरत के अनुसार आप नमक का प्रयोग करें। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।