
पनीर का फूल भी स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक होता है जाने इसके फायदे और उपयोग
नई दिल्ली। पनीर का फूल क्या है-पनीर फूल जिसका वैज्ञानिक नाम विथानिया कौयगुलांस है। यह सोलानेसी परिवार का एक पौधा है, जिसे इंडियन चीज मेकर, इंडियन रिनेट, पनीर डोडी, पनीर डोडा, पनीर बेड व कई अन्य नामों से भी जाना जाता है। संस्कृत में इसे ऋष्यगंधा, उर्दू में पनिरदोडी, हिंदी में पनीर का फूल व पनीरबंद, बंगाली में पनीर फूल के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग पनीर बनाने के लिए भी किया जाता है। इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों से बचाव व उनके इलाज के लिए लाभकारी माना गया है। लेख में आगे पनीर के फूल के गुणों व फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1. डायबिटीज में सहायक
पनीर फूल का पौधा डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। चूहों पर किए गए शोध में इस बात की पुष्टि की गई है। शोध में बताया गया है कि पनीर फूल के अर्क में एंटी डायबीटिक गुण मौजूद होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस आधार पर माना जा सकता है कि पनीर फूल के फायदे डायबिटीज को नियंत्रण करने में देखे जा सकते हैं ।
2. अल्जाइमर में लाभकारी
पनीर फूल के फायदे अल्जाइमर रोग में भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, पनीर के फूल के अर्क में न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव मौजूद होता है, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है । वहीं, अल्जाइमर एक न्यूरोलॉजिकल यानी दिमाग संबंधी विकार है, जिसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं । इस आधार पर पनीर का फूल का उपयोग अल्जाइमर रोग के उपचार में फायदेमंद साबित हो सकता है ।
3. अनिद्रा की समस्या में सहायक
पनीर फूल के फायदे अनिद्रा की समस्या में भी देखे जा सकते हैं। यह तनाव को दूर कर अच्छी नींद लेने में सहयोग कर सकता है। कई अध्ययन में पनीर फूल को अनिद्रा की परेशानी के लिए लाभकारी बताया गया है (4)। हालांकि, इसके पीछे इसका कौन-सा गुण काम करता है, इसे लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं है। फिलहाल इस बारे में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
4. वजन कम करने में फायदेमंद
वजन कम करने में पनीर फूल के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, अध्ययन की मानें तो पनीर के फूल के एथेनॉलिक अर्क में एंटी ओबेसिटी यानी मोटापे को कम करने वाला प्रभाव पाया जाता है (5)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पनीर का फूल वजन को नियंत्रित करने में लाभकारी हो सकता है।
Updated on:
25 Dec 2021 07:50 pm
Published on:
25 Dec 2021 07:49 pm
बड़ी खबरें
View Allस्वास्थ्य
ट्रेंडिंग
लाइफस्टाइल
