
Birth Control Pill Side Effect (फोटो सोर्स : Freepik)
Birth Control Pill Side Effect : क्या आप गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं? अगर हां तो इंदौर से आई एक हैरान कर देने वाली खबर आपको सचेत कर सकती है। मध्य प्रदेश के एमटीएच अस्पताल में एक 45 वर्षीय महिला के साथ जो हुआ उसे जानकर खुद ऑपरेशन कर रही 10 डॉक्टर्स की टीम भी दंग रह गई। यह घटना एक बार फिर गर्भनिरोधक गोलियों के संभावित खतरों पर सोचने पर मजबूर करती है।
इंदौर की इस 45 वर्षीय महिला को पिछले छह साल से पेट की समस्या थी जिसका इलाज वह कई अस्पतालों में करा चुकी थी। जब वह एमटीएच अस्पताल पहुंचीं तो उनका पेट इस कदर फूला हुआ था जैसे वह गर्भवती हों। सोनोग्राफी में कुछ गांठें दिखाई दीं लेकिन जब डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी शुरू की तो जो सामने आया वह अविश्वसनीय था। लगभग दो घंटे चली इस लंबी सर्जरी में डॉक्टरों ने महिला की बच्चेदानी से 30 गांठें निकालीं इनमें से कई गांठों का आकार 6 से 7 सेंटीमीटर तक था। डॉक्टरों के लिए भी इतनी अधिक गांठें निकालने का यह पहला मामला था।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉ. सुमित्रा यादव और ऑपरेशन करने वाली डॉ. विभा मोजस ने बताया कि महिला ने लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों (Birth Control Pill) का सेवन किया था और डॉक्टरों को आशंका है कि यही इतनी सारी गांठों का कारण हो सकता है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि यदि ऑपरेशन में और देरी होती तो इन गांठों से महिला की किडनी और अन्य अंदरूनी अंगों को भी खतरा हो सकता था।
गर्भनिरोधक गोलियां जिन्हें बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control Pill) भी कहते हैं हार्मोनल तरीके से गर्भधारण रोकने का काम करती हैं। ये गोलियां शरीर में हार्मोन के स्तर को प्रभावित करती हैं जिसके कारण कई तरह के साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं। वैसे तो ये प्रभाव आमतौर पर 2 से 3 महीनों में ठीक हो जाते हैं लेकिन कई बार ये लंबे समय तक बने रह सकते हैं।
पीरियड्स के बीच स्पॉटिंग: यह सबसे आम दुष्प्रभाव है। शरीर में हार्मोनल बदलावों के कारण गर्भाशय की परत पतली हो जाती है जिससे हल्की ब्लीडिंग या भूरा डिस्चार्ज हो सकता है।
मतली (Nausea): कुछ महिलाओं को शुरुआती दिनों में हल्की मतली महसूस हो सकती है जो अक्सर भोजन के साथ गोली लेने से या रात में लेने से ठीक हो जाती है।
स्तनों में दर्द : हार्मोन के कारण स्तनों में दर्द हो सकता है। कुछ मामलों में स्तनों का आकार भी बढ़ सकता है।
सिरदर्द और माइग्रेन: हार्मोनल बदलाव सिरदर्द और माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं।
वजन में बदलाव: कुछ महिलाओं को लगता है कि उनका वजन बढ़ता है जबकि कुछ को वजन कम होने की शिकायत होती है। यह पानी के जमाव या वसा/मांसपेशी द्रव्यमान में बदलाव के कारण हो सकता है। हालांकि अध्ययनों में वजन बढ़ने और गर्भनिरोधक गोली के बीच सीधा संबंध हमेशा साबित नहीं हुआ है।
मूड में बदलाव: हार्मोन का हमारे मूड पर सीधा असर होता है। कुछ महिलाएं मूड स्विंग्स या अवसाद का अनुभव कर सकती हैं।
पीरियड्स का छूट जाना: गोलियों के हार्मोन के कारण पीरियड्स बहुत हल्के हो सकते हैं या छूट भी सकते हैं।
यौन इच्छा में कमी (लिबिडो): हार्मोनल परिवर्तनों के कारण कुछ महिलाओं में यौन इच्छा में कमी आ सकती है। हालांकि कुछ के लिए गर्भावस्था की चिंता खत्म होने से लिबिडो बढ़ भी सकता है।
योनि स्राव में बदलाव: योनि स्राव की मात्रा या प्रकृति में बदलाव हो सकता है। यह आमतौर पर हानिकारक नहीं होता लेकिन रंग या गंध में बदलाव संक्रमण का संकेत हो सकता है।
आंखों में बदलाव: हार्मोनल बदलाव आंखों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे धुंधली दृष्टि या आंखों में सूखापन महसूस हो सकता है।
गर्भनिरोधक गोलियां अधिकांश महिलाओं के लिए लंबे समय तक सुरक्षित मानी जाती हैं लेकिन इनके उपयोग से कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है:
हृदय संबंधी समस्याएं: कंबिनेशन पिल्स से रक्त के थक्के (blood clots), दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसे गंभीर हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा थोड़ा बढ़ सकता है।
स्तन कैंसर: हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर का जोखिम थोड़ा अधिक होता है।
डिम्बग्रंथि (Ovarian) और एंडोमेट्रियल कैंसर: ये कैंसर उन महिलाओं में कम होने की संभावना रखते हैं जो गोली लेती हैं।
सर्वाइकल कैंसर: 5 साल से अधिक समय तक गोली लेने का संबंध सर्वाइकल कैंसर के उच्च जोखिम से पाया गया है। हालांकि अधिकांश सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के कारण होते हैं।
कोलोरेक्टल कैंसर: गोली लेने का संबंध कोलोरेक्टल कैंसर के कम जोखिम से भी पाया गया है।
इंदौर का मामला एक बड़ा सबक है कि किसी भी दवा का दीर्घकालिक उपयोग बिना चिकित्सकीय सलाह के घातक हो सकता है। गर्भनिरोधक गोलियां (Birth Control Pill) भले ही प्रभावी हों लेकिन हर व्यक्ति पर इनका अलग-अलग प्रभाव होता है। यदि आप गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन कर रही हैं या शुरू करने की सोच रही हैं तो हमेशा किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें। अपने स्वास्थ्य इतिहास, मौजूदा बीमारियों और संभावित दुष्प्रभावों पर खुलकर चर्चा करें। यदि आपको कोई गंभीर या लगातार दुष्प्रभाव महसूस होता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें और वैकल्पिक तरीकों पर विचार करें।
Updated on:
22 Jul 2025 04:27 pm
Published on:
22 Jul 2025 04:06 pm
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