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Bitter foods for diabetes control: क्या है बिटर फूड्स का महत्व का, जानें आयुर्वेदिक उपचार से डायबिटीज कंट्रोल करने के उपाय

Bitter foods for diabetes control: यदि आप डायबिटीज को कंट्रोल करना चाहते हैं तो जानें आयुर्वेदिक उपचार और बिटर फूड्स के सेवन से रक्त शर्करा को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।

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भारत

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Puneet Sharma

Feb 14, 2025

Bitter foods for diabetes control

Bitter foods for diabetes control

Bitter foods for diabetes control: डायबिटीज आजकल बढ़ती एक आम समस्या है। इसके होने का कारण जीवनशैली से जुड़ी कई आम समस्याएं होती है। इसमें ब्लड शुगर का लेवल असमान्य रूप से बढ़ जाता है। जिसका असर हृदय, किडनी, आंखों, और तंत्रिका तंत्र पर पड़ता है। यदि किसी को डायबिटीज की समस्या हो जाती है तो इसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है। इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में आज हम जानेंगे की बिटर फूड्स (Bitter foods for diabetes control) का महत्व क्या है और आयुर्वेदिक उपचार से डायबिटीज को नियंत्रित कैसे करें।

बिटर फूड्स का महत्व : Bitter foods for diabetes control

बिटर फूड्स (Bitter foods for diabetes control) में कड़वे स्वाद वाले खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, ये आयुर्वेद में अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इनका सेवन शरीर में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होता है। बिटर फूड्स का सेवन ब्लड शुगर की वृद्धि को कम करने में मदद करता है और शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, ये फूड्स शरीर के पाचन तंत्र को भी मजबूत करते हैं और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।

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करेला (Bitter Gourd)

करेला, जिसे बिटर गॉर्ड (Bitter foods for diabetes control) के नाम से भी जाना जाता है, डायबिटीज के उपचार में बेहद फायदेमंद आयुर्वेदिक घटक है। इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड्स होते हैं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। करेले में ऐसे तत्व होते हैं जो इंसुलिन की तरह काम करते हैं और खून में शुगर की मात्रा को संतुलित रखते हैं। आप इसे कच्चा, जूस के रूप में या पकाकर भी खा सकते हैं।

मेथी (Fenugreek)

मेथी के दाने भी डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इन दानों में घुलनशील फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। मेथी का सेवन करने से शरीर की इंसुलिन की प्रतिक्रिया बेहतर होती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। आप मेथी के दानों को भिगोकर खा सकते हैं या फिर इसका पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं।

आयुर्वेदिक उपचार : Ayurvedic herbs for controlling diabetes

आयुर्वेद में न केवल आहार, बल्कि जीवनशैली, हर्बल उपचार और ध्यान से भी डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। यहां कुछ आयुर्वेदिक उपचार दिए गए हैं जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकते है।

त्रिफला

त्रिफला आयुर्वेद का एक प्रमुख हर्बल मिश्रण है, जो आंवला, बहेड़ा और हरड़ से बना होता है। यह शरीर के पाचन तंत्र को सुधारने, टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। त्रिफला का सेवन नियमित रूप से करने से डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है।

हल्दी (Turmeric)

हल्दी में क्यूकोमिन नामक तत्व होता है, जो सूजन को कम करने और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। हल्दी का सेवन रोज़ दूध या पानी के साथ किया जा सकता है। यह शरीर में इंसुलिन की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।

योग और प्राणायाम

आयुर्वेद में केवल आहार ही नहीं, बल्कि जीवनशैली को भी महत्वपूर्ण माना गया है। नियमित योग और प्राणायाम ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं। विशेष रूप से, आसनों जैसे ताड़ासन, भुजंगासन और प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाती शरीर के भीतर ऊर्जा का संचार करते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।