पुतिन को उद्धधृत करते हुए लिखा गया, “जहां तक मुझे पता है आज सुबह दुनिया में पहली बार कोरोनावायरस संक्रमण के खिलाफ एक वैक्सीन रजिस्टर किया गया।”
स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने पहले कहा था कि गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ऑफ रशियन हेल्थकेयर मिनिस्ट्री द्वारा विकसित वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल खत्म हो गए थे।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने पहले एक बयान में कहा था कि 3 अगस्त को वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल्स में भाग लेने वालों का “अंतिम चिकित्सा परीक्षण” बर्डेनको मेन मिल्रिटी क्लीनिकल अस्पताल में हुआ था।
मंत्रालय ने कहा कि परिणामों में स्पष्ट रूप से दिखाया गया कि स्वयंसेवकों में किसी तरह का दुष्प्रभाव या असामान्यता नहीं थी।
बयान में कहा गया, “इस तरह प्रयोगशाला और उपकरणों के जरिए किए गए अध्ययन से मिले आंकड़े हमें टीके की सुरक्षा और अच्छी सहिष्णुता के बारे में बोलने की अनुमति देते हैं।”
वैक्सीन विकसित करने के अपने तरीके को लेकर रूस जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय संदेह का सामना कर रहा है, वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह अक्टूबर में कोविड -19 के खिलाफ सामूहिक टीकाकरण करने की योजना बना रहा है।