
कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय की टीम के अध्ययन में यह सामने आया है कि 8 सप्ताह के बाद भी यदि आपको खांसी की समस्या हैं तो आपको जांच करवा लेनी चाहिए। संक्रामक खांसी के बाद की खांसी समय-सीमित है और इसका स्वयं समाधान करना महत्वपूर्ण है और यह अस्थमा पफर्स या एंटीबायोटिक दवाओं जैसे अनावश्यक और महंगे नुस्खों को कम कर सकता है। संक्रामक खांसी के अधिकांश लक्षण बिना दवा के ठीक हो जाएंगे।
कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित एक लेख में शोधकर्ताओं ने बताया कि संक्रामक खांसी आम है, जो श्वसन संक्रमण के बाद लगभग 11 प्रतिशत से 25 प्रतिशत वयस्कों को प्रभावित करती है और आठ सप्ताह तक रह सकती है। निदान के लिए पहले के श्वसन संक्रमण और अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसे अन्य संक्रामक खांसी के लक्षणों को बाहर करने की आवश्यकता होती है। हालांकि, किसी को निगलने में कठिनाई, सांस लेने में अत्यधिक तकलीफ और खांसी के साथ खून आने जैसे लाल संकेतों की जांच करनी चाहिए।
शोधकर्ताओं ने कहा कि लाल संकेतों में बार-बार होने वाले निमोनिया का इतिहास या धूम्रपान का लंबा इतिहास भी शामिल है और आठ सप्ताह से अधिक समय तक रहने वाली खांसी के लिए और अधिक मूल्यांकन की आवश्यकता है। इसके अलावा टीम ने कहा कि ऐसी दवा के लिए कोई अच्छा सबूत नहीं है जो संक्रामक खांसी को रोकने के लिए काम करती हो।
Published on:
13 Feb 2024 02:04 pm
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