किडनी में करीब 11 लाख फिल्टर होते हैं, जिसे नेफ्रॉन कहते हैं। किडनी दिन में करीब 400 बार खून की सफाई करके गंदगी को बाहर निकालती है। शरीर में नमक और पानी को रेग्युलेट करती है। जरूरी हार्मोन्स बनाती है और शरीर में मिनरल्स के बैलेंस को भी ठीक रखती है। हाई क्रिएटिनिन लेवल आपकी किडनी में किसी तरह की समस्या होने का संकेत हो सकता है। क्रिएटिनिन लेवल कई कारणों से बढ़ सकती हैं । जिसमें ज्यादा प्रोटीन का सेवन करना, अधिक एक्सरसाइज के कारण भी बढ़ जाते है। खून में क्रिएटिनिन लेवल का पता सीरम क्रिएटिनिन टेस्ट के द्वारा किया जाता है।
क्रिएटिनिन लेवल हाई हो तो डाइट में इन चीजों को न करें शामिल ज्यादा प्रोटीन का सेवन ना करें
अगर आपका क्रिएटिनिन बढ़ गया है तो अपनी डाइट में ऐसी चीजें कम शामलि करें जिसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। ऐसे में आप अंडा, मीट, दालें, सोयाबीन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
अगर आपका क्रिएटिनिन बढ़ गया है तो अपनी डाइट में ऐसी चीजें कम शामलि करें जिसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। ऐसे में आप अंडा, मीट, दालें, सोयाबीन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
नमक को अवॉयड करें ज्यादा नमक का इस्तेमाल करने ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही इसका सेवन करने से किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है। अगर आप प्राकृतिक रूप से क्रिएटिनिन लेवल को कम करना चाहते हैं तो नमक का सेवन न ही करें तो बेहतर है।
सोडियम से बचें
अधिक सोडियम वाली चीजों का सेवन करने से भी क्रिएटिनिन लेवल बढ़ जाता है। अधिक मात्रा में सोडियम लेने से शरीर में फ्लूइड और हेल्थ को हानि पहुंचाने वाले स्तर तक स्टोर करने लगता है। जिसके कारण हाई बीपी की समस्या का सामना कतरना पड़ता है।
अधिक सोडियम वाली चीजों का सेवन करने से भी क्रिएटिनिन लेवल बढ़ जाता है। अधिक मात्रा में सोडियम लेने से शरीर में फ्लूइड और हेल्थ को हानि पहुंचाने वाले स्तर तक स्टोर करने लगता है। जिसके कारण हाई बीपी की समस्या का सामना कतरना पड़ता है।
एक्सरसाइज करें कम
जब भी आपका शरीर अधिक एक्सरसाइज करता है, तब ये काफी तेजी से फूड को एनर्जी में बदलने लगता है। जिसकी वजह से ज्यादा क्रिएटिनिन बनता है और ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए ज्यादा रनिंग, वेट लिफ्टिंग करने या बास्केट बॉल खेलने के बजाय योग और टहलें।
जब भी आपका शरीर अधिक एक्सरसाइज करता है, तब ये काफी तेजी से फूड को एनर्जी में बदलने लगता है। जिसकी वजह से ज्यादा क्रिएटिनिन बनता है और ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए ज्यादा रनिंग, वेट लिफ्टिंग करने या बास्केट बॉल खेलने के बजाय योग और टहलें।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।