14 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Dahi Chura Benefits: दही चूड़ा खाने के फायदे

Dahi Chura Benefits: पेट की खराबी या फिर दस्त, कब्ज जैसी समस्या से परेशान लोगों के लिए भी दही-चूड़ा खाना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि दही-चूड़ा में शक्कर की बजाय गुड़ का इस्तेमाल करें।

2 min read
Google source verification
Dahi-Chura-Khane-Ke-Fayde-In-Hindi

Dahi-Chura-Khane-Ke-Fayde-In-Hindi

नई दिल्ली। Dahi Chura Benefits: मुख्य रूप से झारखंड, उत्तर प्रदेश तथा बिहार में नाश्ते में खाया जाने वाला दही-चूड़ा या चिवड़ा काफी पसंद किया जाता है। नाश्ते में फैंसी डाइट अपनाने के बजाय आप इस देसी और स्वादिष्ट दही-चूड़ा को शामिल कर सकते हैं। यह न केवल स्वाद में बेहतर होता है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी इसके कई फायदे देकर गए हैं। नाश्ते में खाया गया केवल एक कटोरी दही-चूड़ा आपके पेट को स्वस्थ और भरा हुआ रख सकता है। तो आइए जानते हैं दही चूड़ा खाने से होने वाले सेहत से जुड़े फायदों के बारे में...

1. वजन कम करने में सहायक
जो लोग वजन कम करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं तथा नाश्ते में एक हेल्दी ऑप्शन की तलाश में हैं, वे लोग दही-चूड़ा या दही-चिवड़े का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर दही-चूड़ा लंबे समय तक आपके पेट को भरा हुआ रखता है, जिससे आप अनावश्यक आने से बच पाते हैं। इसलिए वजन कम करने वाले लोग अपने आहार में दही-चूड़ा को शामिल कर सकते हैं।

2. पेट की खराबी दूर करे
पेट की खराबी या फिर दस्त, कब्ज जैसी समस्या से परेशान लोगों के लिए भी दही-चूड़ा खाना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि दही-चूड़ा में शक्कर की बजाय गुड़ का इस्तेमाल करें। साथ ही आप इसमें एक केला मसलकर भी डाल सकते हैं। इससे पेट की खराबी दूर होने के साथ ही आपका पाचन भी दुरुस्त रहेगा।

3. आयरन की कमी दूर करे
दही-चिवड़े या दही-चूड़ा में पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद होने के कारण यह आयरन की कमी वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे एनीमिया रोग होने का खतरा टाला जा सकता है। इसके अलावा गर्भावस्था में महिलाओं को दही-चूड़ा का सेवन लाभ दे सकता है, क्योंकि इसके सेवन से उन्हें कोई भी नुकसान नहीं पहुंचता है और शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति भी हो जाती है।