
पुरुष भी डिप्रेशन की स्थिति से अलग नहीं हैं। पुरुष अक्सर अपनी भावनाओं को छिपाकर इस बारे में बात करना पसंद नहीं करते
कुछ डेटा के अनुसार महिलाओं को पुरुषों की तुलना में डिप्रेशन का अनुभव ज्यादा होता है। लेकिन पुरुष भी डिप्रेशन की स्थिति से अलग नहीं हैं। पुरुष अक्सर अपनी भावनाओं को छिपाकर इस बारे में बात करना पसंद नहीं करते। ऐसे में आपके बीच कोई पुरूष फैमिली मेम्बर या दोस्त डिप्रेशन में हो सकता है और जरूरी नहीं कि इसकी जानकारी आपको हो। पुरुषों में डिप्रेशन बेहद आम बात है, जिसके लक्षण अलग-अलग होते हैं और कभी-कभी पहचानना कठिन होता है। यदि आपको लगता है कि आप या आपका कोई खास अवसाद से जूझ रहा है, तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
समय पर उपचार नहीं लेते, आते हैं सुसाइड करने जैसे विचार
कई बार पुरुष डिप्रेशन के दौरान मदद नहीं मांगते, क्योंकि वे या तो इस बात के प्रति सचेत ही नहीं रहते कि वे डिप्रेशन में हैं, या फिर बताने डरते हैं। इस स्थिति में उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता और ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है। जबकि समय पर इलाज से वे डिप्रेशन से पूरी तरह निकल सकते हैं। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में आत्महत्या करने की संभावना तीन से चार गुना अधिक होती है।
इमोशनली सपोर्ट जरूरी
डिप्रेशन की स्थिति में इमोशनली सपोर्ट मिलना बहुत जरूरी है। अक्सर इमोशनली सपोर्ट नहीं मिलने से पुरुषों में घबराहट, आक्रामकता, गुस्सा, अलगाव और निराशा के भाव पैदा होने लगते हैं। इस स्थिति में उन्हें काम, परिवार और अन्य व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को पूरा करने में कठिनाई होती है। कई बार वे नशीली दवाओं का दुरुपयोग करने लगते हैं या फिर एल्कोहल लेना और गलत कामों की तरफ चले जाते हैं।
खुलकर बात करें
यदि आप डिप्रेशन महसूस कर रहे हैं तो घरवालों से खुलकर बात करें। इसका उपचार भी संभंव है। टॉक थेरेपी, दवाओं या इन दोनों चीज़ों से एक साथ इस स्थिति से बाहर निकला जा सकता है।
पुरुषों में अवसाद के लक्षण
— सीने में जकड़न
— पाचन संबंधी समस्याएं जैसे गैस, दस्त और कब्ज
— सिर दर्द
— हार्मोनल इश्यूज
— दिल की धड़कन बढ़ना
— अनपेक्षित वजन घटना या बढ़ना
— ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता
— मेमोरी प्रॉब्लम्स
— स्लीप डिसआॅर्डर
— आत्मघाती विचार
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
29 Nov 2023 11:38 am
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