
Disadvantages of eating too many chia seeds
Chia seeds: वजन कम कंट्रोल करने के लिए लाग चिया सीड्स का सेवन करते हैं। चिया सीड्स को खाना खूब पसंद करते हैं। अक्सर गलत खानपान के कारण लोगों का वजन बढ़ने लगता है। और इससे छुटकारा पाने के लिए लाग चिया सीड्स का सेवन करने लगते हैं। इसमें फाइबर, ओमेगा-3 और हाई प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है चिया सीड्स (Chia seeds) भी तभी फायदेमंद है जब इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाता है। जब आप जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। ऐसे में आज हम बात करेंगे चिया सीड्स का ज्यादा सेवन क्या नुकसान दे सकता है।
ब्लड प्रेशर की समस्या
ज्यादा मात्रा में चिया सीड्स (Chia seeds) का इस्तेमाल करने से ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। चिया सीड्स में हाई ओमेगा -3 फैटी एसिड पाए जाने के कारण यह ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। यह हाई बीपी से परेशान लोगों के लिए तो फायदेमंद है, लेकिन जिनका बीपी पहले से लो है, उनके लिए यह हानिकारक हो सकता है।
एलर्जी की समस्या
यह एक असामान्य स्थिति है, लेकिन कुछ व्यक्तियों को चिया बीजों से एलर्जी हो सकती है। इस प्रकार की एलर्जी के लक्षण हल्की त्वचा जलन से लेकर सांस लेने में कठिनाई जैसे गंभीर समस्याओं तक हो सकते हैं। इसलिए, जिन लोगों को चिया बीजों से एलर्जी है, उन्हें इससे पूरी तरह से बचना चाहिए।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्या
यदि चिया सीड्स (Chia seeds) का अत्यधिक सेवन किया जाए, तो इसमें उपस्थित फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लॉकेज का जोखिम बढ़ा सकता है। सामान्यतः, पानी के साथ मिलकर ये बीज फूल जाते हैं और एक जेल जैसा पदार्थ उत्पन्न करते हैं, जो आपके पाचन तंत्र में बाधा डाल सकता है। इस समस्या से बचने के लिए, चिया सीड्स को खाने से पहले हमेशा भिगोकर रखें और उनकी मात्रा को नियंत्रित करें।
पाचन की समस्या
चिया सीड्स (Chia seeds) का अत्यधिक सेवन पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। चिया सीड्स में उच्च फाइबर सामग्री होती है, जो सामान्यतः पाचन के लिए लाभकारी मानी जाती है। लेकिन जब इनका सेवन अधिक किया जाता है, तो शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे ब्लोटिंग, गैस और कभी-कभी कब्ज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेष रूप से, यदि आप IBS जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से ग्रसित हैं, तो आपको चिया सीड्स का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
11 Jan 2025 08:44 am
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