मेडिकल एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना के कारण शरीर की इम्यूनिटी कम होती है और गंभीर रूप से बीमार मरीजों के कई अंगों पर संक्रमण का अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। इस कारण कई बार रिकवरी में बहुत ज्यादा समय लग सकता है। इस पूरे प्रोसेस के दौरान शरीर में एंटीबॉडी भी बनने लगती है। सरल शब्दों में कहा जा सकता है कि शरीर रिकवरी और हीलिंग के प्रोसेस से गुजर रहा होता है। ऐसे में यदि वैक्सीन दी जाए तो यह प्रोसेस धीमा हो सकता है और नतीजे के रूप में साईड इफेक्ट्स ज्यादा देखने को मिल सकते हैं।
डॉक्टर्स के अनुसार ये साईड इफेक्ट्स इतने गंभीर नहीं होते, इसलिए चिंता की बात नहीं होती परन्तु शरीर में दिख रहे लक्षणों पर हमें जरूर ध्यान देना चाहिए। आमतौर पर हर व्यक्ति में कोरोना वैक्सीन के अलग-अलग साईड इफेक्ट्स दिखाई देते हैं जो एक दिन से लेकर तीन दिन तक में खत्म हो सकते हैं। यदि वैक्सीन लगाने के 5 दिन बाद भी साईड इफेक्ट्स खत्म नहीं हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यदि मरीज को सांस लेने में तकलीफ या सांस फूलना जैसी दिक्कत हो, अथवा बेहोशी, घाव, सूजन या स्किन पर किसी तरह की एलर्जी दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर को दिखा कर उसका इलाज लेने की आवश्यकता है।