-प्रतिदिन सुबह उठ कर करीब 5 से 6 किलोमीटर पैदल चलना चाहिए। अगर समय मिले तो शाम के समय भी वॉकिंग करें। -चलते समय नाक से लंबी लंबी सांसे ले। -सुबह के समय आप जितनी ज्यादा एक्सरसाइज कर सकते हैं। स्वास्थ्य के लिए वह उतनी ही लाभदायक होती है। अगर समय मिलता है तो थोड़ी देर दौड़ना, साइकिल चलाना, तैरना सहित अन्य कोई खेल कूद और व्यायाम कर सकते हैं।
-सुबह टहलने के बाद भूख अच्छी लगती है। इसलिए नाश्ते में पौष्टिक पदार्थ को शामिल करें। इसमें अंकुरित अन्न, भीगी हुई मूंगफली, आंवला, संतरा, मौसमी का जूस आदि ले सकते हैं। -महिलाओं को अगर समय नहीं मिलता है। तो वे घर पर ही कुछ काम करके एक्सरसाइज कर सकती है। चक्की पीसना, बिलोना, पानी भरना, झाड़ू पोछा लगाना, रस्सी कूदना आदि से भी उनका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। इसी के साथ कुछ देर हंसना भी चाहिए।
-आपको जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम खाना चाहिए। हो सके तो आधा पेट भर पानी, करीब चौथाई पानी पीएं और थोड़ी जगह हवा के लिए खाली रहने दें। -भोजन में हरी और ताजा सब्जियों को शामिल करें। जो सब्जियां कच्चे खा सकते हैं या आधी उबली हुई कम मिर्ची मसाले के साथ खाएं।
-रोटी में चोकर सहित आटा लें, हो सके तो घर में पीसा हुआ आटा ले। जौ, गेहूं, चना, सोयाबीन का मिस्सी रोटी का आटा सुपाच्य और पौष्टिक होता है। रोटी भी हरी सब्जी पालक, मेथी, बथुआ आदि पत्तेदार सब्जियों को मिलाकर बना सकते हैं। जिससे पौष्टिकता बढ़ जाती है।
-भोजन के बाद पानी कम से कम पीएं, लंच के बाद करीब 1 घंटे बाद पानी पीना, दिन में कम से कम 2 लीटर पानी जरूर पीएं। – नशे से दूरी बनाए रखें। धूम्रपान, मादक प्रदार्थो, तंबाकू आदि का सेवन भी नहीं करें।
– भोजन में स्वाद बढ़ाने वाली सामग्रियां, जैसे तीखे मिर्च मसाले, ज्यादा लहसुन प्याज, अत्यधिक खटाई आदि का उपयोग कम से कम करें।