Published: Aug 23, 2019 03:18:28 pm
Divya Sharma
सप्ताह में एक बार जरूरी है रेफ्रिजरेटर की सफाई, तौलिये को धूप दें, 25-40 डिग्री में ज्यादा पनपती है फंगस इसलिए घर के प्रमुख हिस्सों की नियमित सफाई होना बेहद जरूरी है।
रसोई से फ्रिज तक हो पूरी सफाई, बचेंगे रोगों से
घर और बाहर के खाने में प्रमुख अंतर है कि हमें यह नहीं पता होता कि जो भी खाद्य पदार्थ मार्केट में मिल रहे हैं वे कितनी देर पहले बने हैं और किस गुणवत्ता के उत्पाद उसमें प्रयोग किए गए हैं। वहीं बात जब घर में बने खाने की होती है तो व्यक्ति साफ सफाई के साथ ही खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता पर भी ध्यान देता है। कई बार घर की रसोई से लेकर फ्रिज, वाशबेसिन, हाथ पोंछने के तौलिये आदि पर मौजूद बैक्टीरिया, माइक्रोब्स व फंगस गेस्ट्रोएंट्राइटिस, फूड प्वॉइजनिंग जैसे कई रोगों का कारण बनते हैं। जानें कि आप कैसे रख सकते हैं घर में साफ सफाई का ध्यान ताकि सेहत अच्छी रहे।
नमी में पनपते फंगस
भोजन को दूषित करने वाले फंगस नमी वाले वातावरण में पनपते हैं। २५-४० डिग्री सेल्सियस के तापमान में इनकी वृद्धि अधिक होती है। कई ऐसे फंगस भी हैं जो रूम टेम्प्रेचर पर विकसित होकर रोगों का कारण बनते हैं। कई शोध की मानें तो रसोई की टाइल्स पर मौजूद साल्मोनेला, शिगेला व कैम्फाइलो बैक्टर बैक्टीरिया व हैपेटाइटिस-ए वायरस के संपर्क में आने से टायफॉइड फीवर व पेट संबंधी संक्रमण हो सकता है।
नजरअंदाज न करें
मौसम के अनुसार बारिश में गीले हुए जूते-चप्पल कई रोगों को साथ लेकर चलते हैं। ऐसे में जब बाहर से घर पहुंचे तो जूते-चप्पल बाहर ही उतार दें। हाथ-पैर पानी से धो लें। कोशिश करें कि इस मौसम में इन फुटवियर को एक बार कुछ समय के लिए धूप में जरूर रखें ताकि नमी न रह जाए। रसोई में साफ-सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले रुमाल या छोटे तौलिए पर महिलाएं ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं। इस पर गौर करें तो इससे हाथ पोंछने के अलावा किचेन की स्लैब, बर्तन आदि साफ कर लिए जाते हैं। ऐसा करने से बैक्टीरिया फैलते हैं।
बासी भोजन न करें
आयुर्वेद में लिखा है कि इस ऋतु में ऊष्णअश्मियात यानी ताजा व गर्म भोजन करना चाहिए। मौसम अनुसार मक्खियां भी टायफॉइड जैसे रोग को फैला रही हैं। घर के अलावा रसोई और ऐसी जगह जहां गंदगी ज्यादा हो या जहां कीटाणु ज्यादा पनपें वहां एक चम्मच हल्दी मिले पानी से नियमित पोंछा जरूर लगाएं।
ऐसे रखें फल-सब्जीरेफ्रिजरेटर पर सबसे ऊपर अधिक व नीचे हल्का ठंडा तापमान होता है। इसलिए ऊपर दूध व इसके उत्पाद और सब्जी व फल को धोकर सूती कपड़े या सादे कागज में लपेटकर रखें। फ्रिज में रखी खाद्य सामग्री (सब्जी, आटा, चावल, चटनी आदि) को 48 घंटे के बाद न खाएं। हर सामान को फ्रिज में भी ढंककर रखें।
फ्रिज में भी चीजों को कवर कर रखें
इस मौसम में भोजन को रेफ्रिजरेटर में सुरक्षित रखने के लिए इसकी सफाई जरूरी है। एक दिन छोड़कर दूसरे दिन या सप्ताह में एक बार इसकी सफाई करें और फ्रिज को खाली कर थोड़ी देर खुला छोड़ें ताकि इसमें नमी न रह जाए। बोतलों को गर्म पानी से साफ करें। वातावरण में मौजूद कीटाणु खुले खाद्य पदार्थ या डेयरी प्रोडक्ट में मिल जाते हैं जिसके बाद उन्हें फ्रिज में रखने का कोई मतलब नहीं होता है। ऐसे में बाहर भी ढंककर ही कुछ भी ठंडा करें।
एक्सपर्ट : डॉ.लीनेश्वर हर्षवर्धन
प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर
एक्सपर्ट : डॉ. दिनेश शर्मा
असि. प्रो., क्रिया शरीर विभाग, डॉ. एसआर राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, जोधपुर