जयपुरPublished: Aug 16, 2020 10:08:01 pm
Ramesh Singh
शरीर में जब आयरन बहुत ज्यादा हो जाता है तो यह लीवर, हृदय को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। डायबीटीज, ऑर्थराइटिस जैसी बीमारियां होती हैं। निश्चित समय तक इसका उपचार नहीं होने की वजह से लिवर डेमेज की संभावना बढ़ जाती है।
लगातार आयरन की कमी से शरीर में थकान, कमजोरी व खून की कमी हो जाती है। लेकिन आयरन की अधिकता से ज्यादा दिक्कतें हो सकती हैं।
हार्वर्ड में हुई रिसर्च
हाल ही हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ऑफ लंदन में 48,972 लोगों को लेकर जीन्स व आयरन की अधिकता का संबंध खोजने के लिए शोध किया गया है। इंपीरियल कॉलेज लंदन के दीपेंदर गिल का कहना है आयरन की अधिकता आनुवांशिक वजह से होती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के सह-लेखक इयस दागलास का कहना है कि खून के थक्के बनने, रक्त संचार धीमा होने और हार्मोनल बैलेंस के बिगडऩे का खतरा बढ़ सकता है।
हार्ट, लिवर की बीमारी
ब्लड में आयरन बढऩे से डायबिटीज, पिट्यूटरी ग्लैंड, हार्ट, लिवर की बीमारी की आशंका बढ़ती है। जिन मरीजों में बार-बार ब्लड चढ़ाया जाता है उनमें यह दिक्कत होती है। इससे मरीज की उम्र की प्रत्याशा भी घटने लगती है। ऐसे कई मरीजों की लंबी उम्र भी नहीं होती है।
एक्सपर्ट : डॉ. रीता सिंह सक्सेना, हेमेटोलॉजिस्ट, भोपाल