Too much screen time for young children : एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन के अनुसार, टेलीविजन और स्मार्टफोन जैसी डिजिटल स्क्रीन का अधिक उपयोग छोटे बच्चों की भाषा विकास क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
Screen time impact on toddlers : टेलीविजन और स्मार्टफोन जैसी डिजिटल स्क्रीन का अधिक उपयोग छोटे बच्चों की भाषा विकास क्षमता को प्रभावित कर सकता है। एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में यह खुलासा हुआ है।
20 लैटिन अमेरिकी देशों के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में पाया गया कि किताबों से जुड़ाव और वयस्कों के साथ साझा स्क्रीन समय बच्चों की भाषा क्षमता को बेहतर बना सकता है।
अगस्त 2021 से मार्च 2023 के बीच 12 से 48 महीने के 1,878 शिशुओं पर यह अध्ययन किया गया। माता-पिता द्वारा रिपोर्ट किए गए स्क्रीन उपयोग, मीडिया सहभागिता, किताबों से जुड़ाव, भाषा कौशल और विकास संबंधी मापदंडों का विश्लेषण किया गया।
अध्ययन में पाया गया कि टीवी और बैकग्राउंड टीवी बच्चों द्वारा सबसे अधिक देखे जाते हैं। औसतन, बच्चे प्रतिदिन एक घंटे से अधिक स्क्रीन के संपर्क में रहते हैं, जिससे उनकी भाषा विकास क्षमता प्रभावित होती है।
अध्ययन के अनुसार, मनोरंजन संबंधी सामग्री सबसे अधिक देखी जाती है, उसके बाद संगीत और शैक्षिक कार्यक्रम आते हैं।
शोध में यह भी पाया गया कि निम्न सामाजिक-आर्थिक वर्ग के परिवारों में किताबों और शैक्षिक संसाधनों का उपयोग कम होता है। अधिक स्क्रीन समय वाले बच्चों में शब्दावली की घनत्व (lexical density) कम होती है और भाषा विकास में देरी देखी गई।
इसके विपरीत, जिन बच्चों को अधिक किताबें पढ़ने को मिलीं या जो वयस्कों के साथ स्क्रीन का उपयोग करते थे, उनके भाषा कौशल बेहतर पाए गए। हालांकि, स्क्रीन समय और मोटर स्किल्स (शारीरिक गतिविधियों) के विकास के बीच कोई खास संबंध नहीं पाया गया।
यह अध्ययन पहले के शोधों की पुष्टि करता है कि अत्यधिक स्क्रीन उपयोग छोटे बच्चों के भाषा विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। हालांकि, यदि स्क्रीन का उपयोग वयस्कों के साथ किया जाए और सही प्रकार की सामग्री देखी जाए, तो इसके दुष्प्रभाव कुछ हद तक कम किए जा सकते हैं।
बदलते डिजिटल युग में स्क्रीन उपयोग बढ़ रहा है, इसलिए भविष्य में अधिक गहराई से अध्ययन की जरूरत है, जिससे यह समझा जा सके कि किन परिस्थितियों में स्क्रीन का सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
IANS