
Amla juice detox benefits|फोटो सोर्स -Freepik
Amla Juice For Kidney: आंवला सेहत के लिए किसी नेचुरल टॉनिक से कम नहीं माना जाता। खासतौर पर किडनी हेल्थ की बात करें, तो आंवले का जूस शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद कर सकता है और किडनी पर पड़ने वाले अतिरिक्त दबाव को कम करने में सहायक माना जाता है। नियमित और सही मात्रा में इसका सेवन किडनी के नेचुरल क्लीनिंग प्रोसेस को सपोर्ट कर सकता है, जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रहने में मदद मिलती है।
किडनी का मुख्य काम शरीर से गंदे पदार्थों और अतिरिक्त तरल को बाहर निकालना होता है। आंवले का जूस प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर की तरह काम करता है। इसमें मौजूद विटामिन-C और एंटीऑक्सीडेंट्स किडनी में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं। नियमित रूप से सीमित मात्रा में आंवले का जूस पीने से किडनी पर दबाव कम पड़ता है और शरीर अंदर से साफ महसूस करता है।
किडनी स्टोन की समस्या काफी दर्दनाक हो सकती है। आंवले के जूस में पाए जाने वाले पोषक तत्व पथरी बनने की प्रक्रिया को धीमा करने में सहायक माने जाते हैं। यह पेशाब की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है, जिससे छोटे स्टोन धीरे-धीरे बाहर निकलने में सहायता मिल सकती है। हालांकि, बड़ी पथरी या गंभीर समस्या में डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है।
शरीर में क्रिएटिनिन का बढ़ा हुआ स्तर किडनी के सही से काम न करने का संकेत हो सकता है। आंवले का जूस मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने और शरीर से वेस्ट निकालने में मदद करता है, जिससे क्रिएटिनिन लेवल को नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है। आयुर्वेद में इसे किडनी को सपोर्ट करने वाला प्राकृतिक उपाय माना जाता है।
आंवले के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स किडनी की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। इससे किडनी की फिल्टर करने की क्षमता बेहतर हो सकती है। नियमित सेवन से किडनी के कामकाज में सुधार देखा जा सकता है और सूजन या संक्रमण की आशंका भी कम हो सकती है।
बार-बार पेशाब आना, जलन महसूस होना या यूरिन इन्फेक्शन जैसी समस्याओं में आंवले का जूस फायदेमंद साबित हो सकता है। यह मूत्र मार्ग को साफ रखने और बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। साथ ही, यह शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने में भी सहायक होता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
14 Dec 2025 11:27 am
Published on:
14 Dec 2025 11:26 am
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