5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कहीं आप तो नहीं फीयर ऑफ मिसिंग आउट के शिकार

‘फीयर ऑफ मिसिंग आउट (फोमो)’ से जूझ रही है। यह एक ऐसी चिंता की स्थिति है, जो सोशल मीडिया अकाउंट को बार-बार देखने और लोग क्या कर रहे हैं जैसी चीजों के बारे में पता करने के बाद शुरू होती है। जानते हैं इससे बचने के तरीके-

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Jaya Gupta

Jan 03, 2024

smart.jpg

जब आपको लगे कि आप पर फोमो का दबाव हो रहा है तो सबसे पहले आप अपने मोबाइल से दूरी बना लें। यदि आप कहीं बाहर है या परिवार के बीच हैं तो अपना ध्यान दोस्तों/सहकर्मियों एवं परिवार के सदस्यों की बातों में लगाने का प्रयास करें। जब आपका ध्यान किसी दूसरी जगह केंद्रित होगा तो आप इस तनाव की स्थिति से बाहर निकल सकते हैं। वहीं यदि आप अकेले हैं और फोमो का दबाव बढ़ने लगे तो अपनी रुचि वाले काम करना शुरू कर दें। इस तरह खुद को व्यस्त रखने एवं सोशल मीडिया से दूरी बनाकर आप फोमो को हावी होने से रोक सकते हैं।

ध्यान और मेडिटेशन करें

मन को एकाग्र करके ही आप फोमो से दूर रह सकते हैं। जब भी आपके मन में यहां-वहां के विचार आएं तो दोबारा अपनी सांस को केंद्रित करने की कोशिश करें। रोजाना दो मिनट से इसकी शुरुआत करें और धीरे-धीरे अवधि को बढ़ाएं। निरंतर अभ्यास से आपको मानसिक स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे। इसके साथ ही अपनी दिनचर्या में नियमित योग और व्यायाम को शामिल करें। मोबाइल से दूरी बनाने के लिए कुछ देर ताजा हवा लेने के लिए प्रकृति के बीच समय बिताएं। इससे आपको पॉजिटिविटी मिलेगी। इस तरह नियमित ध्यान, एक्सरसाइज और मेडिटेशन से आपको अवसाद और चिंता की स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी।

हर अवसर का आनंद लें

जीवन में खुशियां मनाने के लिए आपको किसी दिवस विशेष का इंतजार करने की जरूरत नहीं है, बल्कि हर दिन छोटे-छोटे अवसरों का आनंद लें। रोजाना उन लोगों से कुछ देर बात अवश्य करें, जो आपमें पॉजिटिविटी बढ़ाते हों। इससे मानसिक संतुष्टि मिलेगी और तनाव भी कम होगा। साथ ही अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में तालमेल बैठाएं। रोजाना के टास्क तय करें और उन्हें प्राथमिकता के अनुसार निपटाएं।

शुरुआत एक दिन ऑफलाइन होने से

सोशल मीडिया से दूरी बनाएं। शुरुआत में सप्ताह में एक दिन ऑफलाइन रहने का प्रयास करें। इस अभ्यास को लगातार जब तक दोहराएं, जब ऑफलाइन रहना आपकी आदत में शामिल न हो जाए। इसके बाद धीरे-धीरे दिन बढ़ाते जाएं। अपने आसपास आपको बहुत से ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं रहते। उन्होंने उस समय का उपयोग किताबें पढ़ने, दोस्तों के साथ समय बिताने, ध्यान और योग पर खर्च किया, तो उनका जीवन बदल गया। वे लोग आपको प्रेरणा देंगे।