ग्रीन टी में अनफर्मेंटेड चाय की पत्तियां होती हैं जिसमें पॉलिफेनल भी पाया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। ये कैंसर व अन्य बीमारियों से क्षति होने से बचाता है। बताया जा रहा है कि ग्रीन टी पीने वाली प्रत्येक 15 महिलाओं में हर तीसरी महिला महज पांच महीनों के भीतर गर्भधारण कर लेती है। लेकिन इस तरह के अध्ययन बेहद छोटे स्तर पर किए गए इसलिए इस बारे में ज्यादा पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
एक नुकसान भी हैं : ग्रीन टी में कैफीन होने की वजह से मिसकैरेज हो सकता है। और कैफीन का ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाए तो नवजात शिशु कम वजन के साथ पैदा होते हैं। एक सामान्य ग्रीन टी के प्याले में महज 20 मिलीग्राम कैफीन होती है जबकि सामान्य चाय में 50 मिलीग्राम कैफीन पायी जाती है और काफी में 100 मिलीग्राम कैफीन होती है। प्रतिदिन 200 मिग्रा से ज्यादा कैफीन शरीर के लिए नुकसानदेह है। 10 कप से अधिक ग्रीन टी एक दिन में बिल्कुल न पिएं।
इसलिए है गर्भधारण में मददगार: अध्ययनों से इस बात की पुष्टि हुई है कि जो महिलाएं रोजाना ग्रीन टी पीती हैं उनमें गर्भधारण की उम्मीद दुगनी हो जाती है। ग्रीन टी एग्स को ज्यादा मैच्योर करते हैं और ज्यादा फर्टाइल बनाते हैं। इस वजह से महिलाएं आसानी से गर्भधारण कर पाती हैं।