
Health Benefits of Drinking Water From Copper Bottle Vessels
नई दिल्ली। Health Tips: प्राचीन समय से ही आयुर्वेद में तांबे के बर्तन में रखे पानी के सेवन को सेहत के लिहाज से फायदेमंद माना जाता रहा है। बहुत से घरों में वर्तमान में भी ज्यादातर लोग पानी पीने के लिए तांबे के बर्तन का इस्तेमाल करते हैं। यूं तो आपने कॉपर वेसल वॉटर के पाचन संबंधी बहुत से फायदों के बारे में सुना ही होगा। लेकिन आपको बता दें कि, तांबे के बर्तन में रखे पानी के सेवन से केवल पाचन ही दुरुस्त नहीं होता, बल्कि शरीर की अन्य समस्याओं में भी यह बहुत प्रभावकारी है। आइए जानते हैं 'ताम्र जल' के 7 बेहतरीन लाभ...
1. पाचन को दुरुस्त बनाए
मानव शरीर में आधे से ज्यादा बीमारियां पेट की खराबी के कारण जन्म लेती हैं। और आजकल तो अस्त-व्यस्त जीवन शैली तथा खराब खान-पान के कारण यह समस्या आम हो गई है। लेकिन कॉपर वेसल में रखे पानी के नियमित सेवन से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। यानी पाचन बेहतर होने पर पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से निजात मिल सकती है।
2. थायरॉयड ग्रंथि के कार्य में सहायक
विशेषज्ञों की मानें तो, जो लोग रोजाना तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन करते हैं, उनमें थायरॉयड ग्रंथि से जुड़ी बीमारियों का जोखिम टल जाता है। क्योंकि तांबा थायरॉयड ग्रंथि की विसंगतियों को संतुलित करके थायरॉयड ग्रंथि को भली-भांति कार्य करने के लिए सक्रिय बनाता है।
3. एनीमिया को दूर करे
शरीर में आयरन की कमी के कारण एनीमिया होता है। तांबा आपके शरीर को आयरन को अवशोषित करने में सहायक होता है। मनुष्य में तांबे की कमी से दुर्लभ रक्त संबंधी बीमारियां हो सकती हैं तथा जिसके परिणामस्वरूप श्वेत रक्त कोशिकाएं भी कम हो जाती हैं।
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4. वजन कम करने में सहायक
तांबा आपके शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। आपके आराम करने के दौरान भी तांबा शरीर से फैट बर्न करने में कार्यरत होता है। इसलिए जो लोग वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें तो तांबे के बर्तन में रखे पानी का अवश्य सेवन करना चाहिए।
5. हार्ट स्ट्रोक का खतरा कम करे
तांबे में ऐंठन को दूर करने के गुण भी होते हैं। जिसका मतलब है कि तांबा दौरे को रोकने का एक प्रभावी साधन है। इसके अतिरिक्त, एंटीऑक्सीडेंट युक्त कॉपर की कमी के कारण शरीर में ऑक्सीडेंट्स तेजी और बेहतर तरीके से सक्रिय हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।
6. मस्तिष्क की क्षमता में बढ़ोतरी
मनुष्यों में मस्तिष्क विद्युत आवेगों के जरिए शरीर के अन्य भागों से संपर्क करता है। तथा तांबा इन आवेगों को अंजाम देकर कोशिकाओं को एक-दूसरे से संवाद करने में सहायता प्रदान करता है और जिससे मस्तिष्क अधिक कुशलता से कार्य कर पाता है।
7. आर्थराइटिस की समस्या में कारगर
आयुर्वेद का मानना है कि, तांबे के बर्तन में रखे जल का सेवन ह्रदय को स्वस्थ बनाकर रक्तचाप को कम करके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। तांबे में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण शरीर में दर्द और सूजन की समस्या को दूर किया जा सकता है। आपको बता दें कि, ऑर्थराइटिस की समस्या से निपटने में भी तांबे का पानी प्रभाव कारी होता है।
Updated on:
26 Oct 2021 01:02 pm
Published on:
26 Oct 2021 01:00 pm
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