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Shatavari : गुर्दे, यौन स्वास्थ्य, और प्रजनन क्षमता के लिए रामबाण दवा

Health Benefits of Shatavari : शतावरी एक बहुवर्षीय, शाकाहारी पौधा है जो एशिया और अफ्रीका के मूल रूप से पाया जाता है। इसकी जड़ें औषधीय गुणों के लिए जानी जाती हैं। शतावरी को अक्सर भारतीय संस्कृति में "स्त्री का जड़ी बूटी" कहा जाता है क्योंकि यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है।

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Health Benefits of Shatavari

Health Benefits of Shatavari

शतावरी एक बहुवर्षीय, शाकाहारी पौधा है जो एशिया और अफ्रीका के मूल रूप से पाया जाता है। इसकी जड़ें औषधीय गुणों के लिए जानी जाती हैं। शतावरी को अक्सर भारतीय संस्कृति में "स्त्री का जड़ी बूटी" कहा जाता है क्योंकि यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है।

शतावरी के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Shatavari)
शतावरी के कुछ प्रमुख स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं:

गुर्दे की कार्यप्रणाली में सुधार: शतावरी मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करती है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ और विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करती है। यह गुर्दे की कार्यप्रणाली में सुधार करने में मदद कर सकता है और गुर्दे की पथरी को रोकने में मदद कर सकता है।

यौन इच्छा में वृद्धि: शतावरी को एक कामोद्दीपक के रूप में भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह यौन इच्छा और उत्तेजना को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।

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हार्मोनल संतुलन में सुधार: शतावरी में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो पौधे-आधारित यौगिक होते हैं जो एस्ट्रोजन की तरह कार्य करते हैं। यह हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में मदद कर सकता है, जैसे कि पीएमएस, मासिक धर्म में ऐंठन, और रजोनिवृत्ति के लक्षण।

प्रजनन क्षमता में वृद्धि: शतावरी प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकती है और पुरुषों और महिलाओं दोनों में प्रजनन क्षमता बढ़ा सकती है। यह शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करने और ओव्यूलेशन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।

स्तनपान में वृद्धि: शतावरी स्तनपान को बढ़ावा देने और दूध की आपूर्ति बढ़ाने में मदद कर सकती है। यह स्तनपान कराने वाली माताओं को आवश्यक पोषण प्रदान करने में भी मदद कर सकता है।

शतावरी का सेवन कैसे करें (How to Consume Shatavari)

चाय: शतावरी की जड़ की चाय बनाकर पिया जा सकता है। चाय बनाने के लिए, एक कप उबलते पानी में एक चम्मच शतावरी पाउडर मिलाएं और 5-10 मिनट के लिए पकने दें।

कैप्सूल: शतावरी पाउडर को कैप्सूल के रूप में भी लिया जा सकता है। कैप्सूल लेने से पहले निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
अर्क: शतावरी अर्क भी उपलब्ध है। अर्क को पानी या जूस में मिलाकर लिया जा सकता है।

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शतावरी के साइड इफेक्ट (Side Effects of Shatavari)
शतावरी आम तौर पर सुरक्षित होती है, लेकिन कुछ लोगों में इससे कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे कि:

पेट खराब: शतावरी पेट खराब, गैस, और दस्त का कारण बन सकती है।
स्तन कोमलता: शतावरी स्तन कोमलता का कारण बन सकती है।
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन: शतावरी महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है, जैसे कि अनियमित मासिक धर्म और स्पॉटिंग।
यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो शतावरी लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

शतावरी एक जड़ी बूटी है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है, जिसमें गुर्दे की कार्यप्रणाली में सुधार, यौन इच्छा में वृद्धि, हार्मोनल संतुलन में सुधार, प्रजनन क्षमता में वृद्धि, और स्तनपान में वृद्धि शामिल है। शतावरी को विभिन्न तरीकों से सेवन किया जा सकता है, जैसे कि चाय, कैप्सूल, और अर्क के रूप में।