दरअसल, समय-समय पर गूगल ट्रेंड्स विभिन्न देशों में लोगों को इस बारे में जानकारी प्रदान करता है कि वे महामारी के बीच क्या सोच रहे हैं और किन चीजों के बारे में इंटरनेट पर ज्यादा सर्च कर रहे हैं। इस दौरान 12 मई को कोरोनावायरस, रोजगार, नौकरी, क्वरंटीन के दौरान किन हॉबीज को अपनाया जाए, मनोरंजन, मीडिया, वीडियो और ऐसे ही अन्य सर्च गूगल पर सबसे ज्यादा टॉप ट्रेंड में थे। गूगल के ईएमईए डायरेक्टर लूसी सिंक्लेयर का कहना है कि दुनिया भर में सर्च करने वालों की भाषाएं अलग-अलग हो सकती है लेकिन सभी की चिंताएं लगभग एक समान ही थीं-कोरोना वायरस। लूसी ने प्राप्त डेटा केआधार पर बताया कि वित्तीय सुरक्षा इस दौरान सबसे बड़ी चिंता का विषय बनकर उभरी है।
इस दौरान इंटरनेट पर सर्च किए जाने के मामले में अलग-अलग देशों में अलग-अलग ट्रेंड नजर आए लेकिन इन सभी के पीदे कारण एक ही था- कोरोनावायरस। जहां स्पेन में ‘अन-एम्प्लॉयमेंट बेनेफिट’ यानी बेरोजगारी भत्ता के बारे में सबसे ज्यादा सर्च किया गया था, वहीं यूनाइटेट किंगडममें ‘फर्लो क्लेम’, साउथ अफ्रीका में ‘बेरोजगारी अनुदान’ यानी ‘अन-एम्प्लॉयमेंट ग्रांट’ और पोलैंड में ‘जॉब सेंटर’ की सर्च सबसे ज्यादा की गई है। वहीं 12 मार्च को पूरी दुनिया मे? कोरोना वायरस ?? के बारे में सर्च करने की दर 100 फीसदी बढ़ गई थी।
इसके अलावा ब्रिटेन में कॉकटेल पेम कैसे बनाएं, चेहरे के लिए घर पर ही मास्क कैसे बनाएं और बाहर निकलने पर किन बातों का खयाल रखें। इस बीच फेस मास्क ब्रिटिशों के लिए एक आम खोज रही। इस दौरान कनाडा में इंटरनेट सर्च में ‘हाउ टू’ (How To) से सबसे ज्यादा सर्च किया गया। इसमें स्थायी रोजगार और आय के स्रोत, कनाडा इमरजेंसी रिस्पांस बेनिफिट, इसके बाद फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजऱ बनाने का तरीका भी कनाडा में इंटरनेट पर टॉप सर्च ट्रेंड में शामिल था।
ऐसे ही डेनमार्क में लोग ऑनलाइन बिंगो गेम खेलना पसंद कर रहे हैं तो नीदरलैंड में पुराने जमाने के ओल्ड फैशंड डच गेम्स खेलने में रुचि दिखा रहे हैं। सिंक्लेयर का कहना है कि विभिन्न देशों से प्राप्त इन आंकड़ों को देखकर यह भी समझा जा सकता है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस केचलते उपभोक्ता का व्यवहार कैसे बदल रहा है। घर पर व्यायाम कैसे करें और ‘वॉक्स नियर मी’ भी इस ट्रेंड को बखूबी दिखाता है।