
Boost metabolism in winter
Boost metabolism in winter: मेटाबॉलिज्म शरीर में एनर्जी प्रदान करता है। जब आप कुछ खाते हैं तो उसको एनर्जी में बदलने का काम मेटाबॉल्जिम ही करता है। आपके शरीर का सांस लेना, भोजन को पचाना, ब्लड सर्कुलेशन, बॉडी को मूव करना, क्षतिग्रस्त ऊतकों और कोशिकाओं की मरम्मत के लिए ऊर्जा प्रदान करना ये सब काम मेटाबालिज्म का ही होता है। मेटाबॉलिज्म वह प्रक्रिया है जो हमारे द्वारा ग्रहण की गई कैलोरी को जलाने और उसे ऊर्जा में परिवर्तित करने का कार्य करती है। यदि आपका मेटाबॉलिज्म सुचारू रूप से कार्य करता है, तो कैलोरी जलाने की गति भी अधिक होगी। इसलिए मेटाबॉल्जिम को सेहत का किंग कहा जाता है। आइए जानते हैं किन आसान तरीको से बढ़ा सकते हैं।
Boost metabolism in winter: ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
जो लोग मीठे पेय के बजाय पानी का सेवन करते हैं, वे आमतौर पर वजन घटाने में अधिक सफल होते हैं। इसका कारण यह है कि मीठे पेय में कैलोरी की मात्रा होती है, जबकि पानी पीने से आपकी कुल कैलोरी का सेवन अपने आप कम हो जाता है।
Boost metabolism in winter: भरपूर प्रोटीन लें
खाना खाने के बाद आपका मेटाबॉलिज्म कुछ समय के लिए अस्थायी रूप से बढ़ सकता है। इसे भोजन का थर्मल प्रभाव कहा जाता है। यह अतिरिक्त कैलोरी उस प्रक्रिया के कारण होती है, जो आपके भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को पचाने, अवशोषित करने और संसाधित करने के लिए आवश्यक होती है।
Boost metabolism in winter: ग्रीन टी पिएं
ग्रीन टी में कैफीन और कैटेचिन की उपस्थिति होती है। ये तत्व आपके मेटाबॉलिज्म को प्रभावी तरीके से बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। इस कारण से, यह आपकी दैनिक दिनचर्या का एक उत्कृष्ट हिस्सा बन सकता है।
Boost metabolism in winter: प्रतिदिन एक्सरसाइज करें
सर्दियों में भी नियमित योग, जॉगिंग या हल्की व्यायाम करने से कैलोरी बर्न होती है और मेटाबॉलिज्म सक्रिय रहता है। व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का स्राव होता है, जो तनाव को कम करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
पर्याप्त नींद लें
प्रतिदिन 7-8 घंटे की गहरी नींद लेने से शरीर को विश्राम मिलता है और मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है। नींद की कमी के कारण मेटाबॉलिज्म की गति धीमी हो जाती है, जिससे वजन बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है।
स्ट्रेस से बचें
तनाव मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकता है। तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, योग और प्राणायाम जैसे उपायों का सहारा लिया जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप मेटाबॉलिज्म में वृद्धि होती है और आप अधिक ऊर्जा महसूस करते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
23 Dec 2024 09:29 am
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