हम जो तरीका बताने जा रहे हैं। उसके लिए आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। यह आसन आप बिस्तर पर ही लेटे लेटे भी कर सकते हैं। दरअसल इस योग क्रिया का नाम है मत्स्य क्रीडासन, जो आपको कमर दर्द से निजात दिलाएगी। यह आसन साइटिका के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए भी लाभदायक है। इसी के साथ जिसे स्ट्रेस या माइल्ड डिप्रेशन है, वह भी मत्स्य क्रीड़ासन करें फायदा होगा।
मत्स्य क्रीड़ासन के लिए व्यक्ति को पहले जमीन पर शवासन में लेट जाना है और अपने बाई तरफ करवट लेना है। इसके बाद अपने दोनों हाथों से अपने सिर को सहारा देना है। अब अपने दाएं पैर को आगे की तरफ उल्टा एल बनाते रखे, जैसे मछली का आकार ले लिया हो। अब अपने दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिलाते हुए अपनी बांह का सिरहाना लेते हुए उस पर सिर रख कर लेट जाएं। क्रीड़ासन करते वक्त आप के दाएं हाथ की कोहनी दाएं पैर के घुटने को छू सके ऐसी कोशिश करना चाहिए।
आप इस आसन की मुद्रा में है, अब आप जब तक रह सकते हैं इसी तरह रहें और लंबी गहरी सांसे लेते रहें और विश्राम भी करते रहें। इस पोजीशन में करीब 2 से 3 मिनट तक रह सकते हैं। इसके बाद इस आसन को दूसरी करवट याने की दाईं साइड से भी करें।
इस आसन को करने से आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। आपके शरीर की फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ती है।आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज की समस्या खत्म होती है। इससे पेट दर्द से तो मुक्ति मिलती है। आपकी कमर के चारों और मौजूद चर्बी भी खत्म होती है। इससे एकाग्रता बढ़ती है और विचार की प्रक्रिया भी स्पष्ट हो जाती है। हालांकि आपको गंभीर पेट दर्द है या और कोई समस्या है तो यह आसन योग गुरु की सलाह के बिना नहीं करें। आप असहज महसूस कर रहे हैं तो आप इस आसन को रुक कर करें।