सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता ज्यांगयुंग चे ने बताया कि शोध में हमने पाया कि जो लोग खुद को कम उम्र का महसूस करते हैं उनमें युवा मस्तिष्क जैसी संरचनात्मक विशेषताएं होती हैं। इतना ही नहीं यह अंतर तब भी मौजूद रहता है, जब हमारी शख्सियत से जुड़े स्वास्थ्य, अवसादग्रस्त होने या देर तक याद न रख पाने के लक्षण या कार्यों सहित अन्य संभावित कारकों पर इस भावना को परखा जाता है। 2017 में हुए एक अन्य शोध के अनुसार युवा महसूस करने से सिर्फ मस्तिष्क पर ही सकारात्मक असर नहीं पड़ता बल्कि इससे यौन जीवन की गुणवत्ता पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए खुद को युवा महसूस करें और जीवन भर स्वस्थ रहें।