वर्तमान में कुछ लोग ऐसे हैं। जिन्हें हल्के फुल्के लक्षण नजर आते हैं। जिनसे घर पर रहकर ही निजात पाई जा सकती है। क्योंकि फिलहाल ऐसे कई लोग है, जिन्हें कोरोना के लक्षण नजर आते है। लेकिन अगर बे घर पर रहकर ही चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार के साथ सतर्कता रखें, तो वह जल्द ही ठीक हो सकते है। क्योंकि अब रिकवरी रेट पहले से अधिक हो चुका है। ऐसे में आप भी अगर कोई छोटे-मोटे लक्षण नजर आते हैं। तो घर में रहकर कुछ घरेलू उपाय करें और कुछ चिकित्सक से भी सलाह मशवरा करके दवाइयां ले सकते हैं। इससे आपको भटकना भी नहीं पड़ेगा और आपको आराम भी मिल जाएगा।
जानकारी के अनुसार कोरोना के मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए सरकार ने भी नई गाइडलाइन जारी की है। जिसमें ऐसे मरीज जिनको कोरोना के शुरुआती लक्षण है या फिर लक्षण नहीं है वह घर पर ही होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। उनके कांटेक्ट में आने वाले लोगों को भी होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा। घर में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पूरी देखभाल करनी होगी और संक्रमित व्यक्ति के परिजनों को लगातार अस्पताल या डॉक्टर्स के संपर्क में रहना होगा। ताकि कोरोना के लक्षण सामने आने से कम से कम 10 दिन बाद ओम आइसोलेशन को खत्म किया जा सके। लेकिन ध्यान रहे तीन दिन तक अगर फीवर नहीं आया हो तब। गाइड लाइन के अनुसार होम आइसोलेशन की भी इजाजत लेना जरूरी होता है।
मरीजों को होम आइसोलेशन के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे घर में क्रॉस वेंटीलेशन हो और कमरे की खिड़कियां खुली रहे। पेशेंट हमेशा ट्रिपल लेयर का मास्क पहने। मरीज के मास्क को हर 8 घंटे में बदलना है। मरीज एक कमरे में ही रहे, पूरे घर में नहीं घूमेम मरीज को घर के बाकी सदस्यों से दूरी बना कर रखना होगी। बुजुर्ग और बीमार व्यक्तियों के पास जाने पर पाबंदी रहेगी। मरीज को दिन में दो बार गुनगुने पानी से गरारा करना है और भाप भी लेना है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लेना होगा। घर पर रहने वाले को ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह दी गई है। ब्लड ऑक्सीजन को मॉनिटर करने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करना जरूरी है। साथ ही रोजाना 4 घंटे पर टेंपरेचर लेना है। इस प्रकार अगर आप भी होम आइसोलेशन में हैं या आपको शुरुआती लक्षण है तो आप घर पर इन बातों का ध्यान रखकर रिकवर कर सकते हैं। लेकिन आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।