आपको बता दें कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी, अनुवांशिक कारण और आंखों की ठीक से देखभाल नहीं होने के कारण आंखों से संबंधित समस्या आ जाती है। जिसे आप कुछ घरेलू उपाय से दूर कर सकते हैं।
आंवले का पानी- आंवले के पानी से आंखें धोने और आंखों में गुलाब जल डालने से आंखें स्वस्थ रहती है और आंखों को ठंडक मिलती है। ऐसे करें पैरों की मालिश- मक्का के दाने के बराबर फिटकरी लेकर उसे सेंके, फिर उसे 100 ग्राम गुलाब जल में डालकर रख ले। इसके बाद हर दिन रात को सोते समय इस पानी की चार पांच बूंद आंखों में डालें और पैर के तलवों पर घी की मालिश करें। जिससे चश्मे का नंबर लगातार कम होने लगेगा।
सरसों के तेल से मालिश- रात को सोते समय पैर के तलवों पर सरसों के तेल से मालिश कर सोए। सुबह नंगे पैर हरी घास पर चलें और रोज अनुलोम विलोम प्राणायाम करें। इससे आंखों की रोशनी बढ़ेगी।
यह मिश्रण रोज खाएं- बादाम, बड़ी सौंफ और मिश्री तीनों को समान मात्रा में लेकर इसका मिश्रण बना लें और हर दिन एक चम्मच एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय पीएं।
बादाम से दूर होंगे आंखों के विकार- आंखों से पानी गिरना, आंख आना, आंखों की कमजोरी आदि विकार होने पर रात को करीब 7 से 8 बादाम भिगो दें। जिसे सुबह पीसकर पानी में मिलाकर पीने से आंखें स्वस्थ रहती है।
काजल की तरह लगाएं हल्दी का पेस्ट- हल्दी की गांठ को तुवर की दाल में उबालकर सुखाएं, जिसके बाद पानी में घिसकर सूर्यास्त के पहले दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों का लाल पन दूर होगा।
आंखों पर लगाए मुंह की लार- सुबह उठते समय बिना कुल्ला किए मुंह की लार को आंखों में काजल की तरह लगाएं। ऐसा करने से आपका चश्मे का नंबर कुछ माह बाद ही कम होने लगेगा।
गाय के घी से करें मसाज- गाय के घी को कनपटी पर हर दिन मसाज करना चाहिए। जिससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसी के साथ त्रिफला चूर्ण को रात्रि में भिगो दें। सुबह उस पानी को छानकर आंख धोनी चाहिए। इस प्रकार के घरेलू उपाय करने से किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और आंखों को आराम ही मिलता है। लेकिन फिर भी आपको अगर आंखों की कोई तकलीफ ज्यादा है तो चिकित्सक को जरूर दिखाएं।