
Walking is essential in daily routine
Daily Routine : प्रतिदिन कम से कत 30 मिनट का वॉक इंसान को कई बीमारियों से निजात दिलाता है। यदि हम अपने Daily Routine में वॉक को शामिल करते है तो डायबिटीज जैसी अनेक बीमारियों में सुधार ला सकते हैं। यदि हमारा शरीर तन मन से स्वस्थ रहता है तो हम सही से कामकाज में मन लगा सकते हैं और इसी के साथ हम हेल्दी फिट भी रहते है।
आज के समय में 20 से 30 साल के युवाओं में हार्ट अटैक की समस्या होने लगी है। उनकी दिनचर्या इतनी खराब हो चुकी है कि वे खुद का इतना समय नहीं दे पाते हैं कि वे daily routine में वॉक को शामिल कर सके। आज का यूग परिवर्तन का युग है लेकिन इस यूग में हमें खूद का भी परिवर्तन करना होगा और समय निकालकर वर्कआउट पर ध्यान देना होगा।
किएटिव बनेंगे
टीओआई की खबर ने इसी रिसर्च के हवाले से बताया है कि यदि आप रोज वॉक करेंगे तो इससे आपके दिमाग की क्रिएटिविटी बढ़ेगी। आपको हर मुश्किल में शांति से बेहतर निर्णय लेने की क्षमता में इजाफा होगा। नई-नई चीजों को सीखने की प्रवृति बढ़ेगी।
हार्ट में मजबूती
कार्डियोलॉजिस्ट हार्ट की मजबूती के लिए कई तरह की एक्सरसाइजकरने को कहते हैं लेकिन यदि आपके पास उतना टाइम नहीं है तो सिर्फ वॉक (Daily Routine) कीजिए एनएचएस यूके के मुताबिक सिर्फ 10 मिनट की वॉकिंग करने से हार्ट को कई तरह से फायदा मिल सकता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होता है और शरीर को ऑक्सीजन ज्यादा मिलता है। इससे हार्ट डिजीज का जोखिम कम हो जाता है।
ज्वाइंट पेन
वॉकिंग से घुटनों में कार्टिलेज रिलीज होता है। इससे साइनोवायल फ्लूड बढ़िया से सर्कुलेट होता है। इस फ्लूड में ऑक्सीजन और पोषक तत्व होता है।
फैट लॉस
बेशक आप वॉक करें लेकिन इससे शरीर की अतिरिक्त चर्बी जरूर गलेगी। यदि आप तेज गति से वॉक करेंगे तो निश्चित रूप से फैट घटेगा। क्योंकि इससे हार्ट रेट बढ़ता है जिसके कारण अतिरिक्त कैलोरी और फैट बर्न हो जाता है।
डायबिटीज का खतरा कम
कई स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि मॉडरेट एक्सरसाइज करने से ही टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो जाएगा। इस लिहाज से 11 मिनट की वॉकिंग परफेक्ट है।
पाचन मजबूत
वॉकिंग से आपका पाचन तंत्र भी मजबूत रहेगा। इससे पेट फूलने की समस्या नहीं होगी। एसिडिटी और गैस की समस्या भी बहुत कम हो जाएगी।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
31 Aug 2024 11:57 am
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