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नवजात टीकाकरण में बड़ा बदलाव! Hepatitis B का जन्म-टीका अब जरूरी नहीं?

CDC ने नवजात बच्चों के लिए Hepatitis B जन्म-डोज में बदलाव किया है। अब मां की रिपोर्ट निगेटिव होने पर टीका तुरंत देना जरूरी नहीं। जानें नए नियम।

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भारत

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Dimple Yadav

Dec 06, 2025

Hepatitis B Birth Dose Change

Hepatitis B Birth Dose Change (photo- freepik)

Hepatitis B Birth Dose Change: अमेरिका के CDC ने नवजात बच्चों को दिए जाने वाले Hepatitis B टीकाकरण में बड़ा बदलाव किया है। पहले हर बच्चे को जन्म के 24 घंटे के अंदर यह टीका लगाया जाता था, चाहे मां को हेपेटाइटिस B हो या नहीं। लेकिन अब ये नियम बदल गया है।अब जिन बच्चों की मां Hepatitis B निगेटिव है, उनके लिए जन्म के समय टीका लगवाना जरूरी नहीं, बल्कि मां-बाप और डॉक्टर मिलकर फैसला कर सकते हैं कि टीका तुरंत लगवाएं या 2 महीने बाद से शुरू करें।

क्या बदल गया है?

पिछले 30 साल से अमेरिका में हर बच्चे को जन्म के तुरंत बाद Hepatitis B की पहली डोज देना अनिवार्य था। इस वजह से बचपन के हेपेटाइटिस B मामलों में बहुत कमी आई। लेकिन अब CDC की सलाहकार समिति ने कहा है कि अगर बच्चे की मां की रिपोर्ट निगेटिव है, तो टीका जन्म पर लगाना जरूरी नहीं, बल्कि माता-पिता चाहें तो इसे 2 महीने तक टाल सकते हैं।

क्या पहले जैसा ही रहेगा?

कुछ बातें बिल्कुल नहीं बदलीं, अगर मां Hepatitis B पॉजिटिव है, तो बच्चे को जन्म के 12–24 घंटे में टीका और HBIG दोनों दिए जाएंगे। इससे संक्रमण का खतरा 90% तक कम हो जाता है। गर्भवती महिलाओं की Hepatitis B की जांच पहले की तरह की जाएगी। अगर कोई परिवार जन्म पर टीका लगवाना चाहे तो उन्हें पूरी सुविधा मिलेगी। यानी बदलाव सिर्फ उन बच्चों के लिए है जिनकी मां की रिपोर्ट निगेटिव है।

इस बदलाव पर सवाल क्यों उठ रहे हैं?

कई डॉक्टर और लिवर विशेषज्ञ इस बदलाव को लेकर चिंतित हैं। वजहें ये हैं मिस्ड केस, कई बार मां की रिपोर्ट गलत, गायब या देर से आती है। ऐसे में बच्चे को जन्म का टीका न मिलने से खतरा बढ़ सकता है। उच्च जोखिम, अगर बच्चा जन्म के समय या पहले साल में वायरस पकड़ लेता है, तो 90% मामलों में यह क्रॉनिक बीमारी बन जाती है और आगे चलकर लिवर कैंसर या सिरोसिस का खतरा रहता है। टीके छूटने का डर, रिसर्च बताती है कि जब भी टीके ज्यादा विकल्पों पर छोड़े जाते हैं, बच्चे डोज मिस करने लगते हैं। इसी वजह से कई विशेषज्ञ कह रहे हैं कि जन्म वाली डोज सुरक्षा की तरह काम करती है, जिससे गलती की संभावना कम होती है।

अब माता-पिता को क्या करना चाहिए?

इस बदलाव के बाद माता-पिता को अपने डॉक्टर से अच्छी तरह बात करनी होगी। अब तीन विकल्प होंगे, जन्म पर टीका लगवाएं (पहले की तरह)। जन्म की डोज छोड़कर 2 महीने की उम्र से टीकाकरण शुरू करें। जरूरत पड़ने पर कुछ डोज के बाद बच्चे की एंटीबॉडी की जांच भी करवाई जा सकती है। अगर परिवार में कोई Hepatitis B से ग्रस्त है या जोखिम वाला सदस्य है, तो जन्म की डोज बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है, भले ही मां निगेटिव हो।

क्या इसका असर बाकी टीकों पर भी पड़ेगा?

CDC का फैसला सिर्फ Hepatitis B के लिए है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे माता-पिता शुरुआती टीकों को लेकर और ज्यादा संदेह करने लग सकते हैं। इससे पूरे टीकाकरण शेड्यूल पर असर पड़ सकता है।