मधुमेह दूर करने मददगार- मधुमेह से पीड़ित लोगों को ज्वार की रोटी खाना चाहिए। ज्वार मधुमेह के रोगियों के लिए एक सुरक्षित भोजन है और यह एक जटिल कार्ब है। जो रक्त प्रवाह में अवशोषित होने के साथ ही इंसुलिन में स्पाइक का कारण नहीं होता है। इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद है।
एक रोटी में होती है 49 कैलोरी- ज्वार की एक रोटी में 49 कैलोरी होती है। इसमें से कार्बोहाइड्रेट में 41 कैलोरी रहती है, प्रोटीन में 6 कैलोरी होती है और शेष कोलोरी वसा से निर्मित होती है। जो 3 कैलोरी होती है। ज्वार रोटी के रूप में उपयोग होने वाले अनाजों में से एक अनाज है। जिसके कई स्वास्थ्य लाभ है। ज्वार का उपयोग अधिकतम लोग रोटी बनाने के लिए करते हैं और सर्द मौसम में यह विशेष रूप से खाई जाती है। ज्वार की रोटी फाइबर से भरपूर होने के साथ ही ग्लूटेन मुक्त रहती है। जो मधुमेह के रोगियों के लिए अमृत का कार्य करती है।
हाई ब्लड प्रेशर को करती नियंत्रित- ज्वार में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है और पोटेशियम हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए अहम भूमिका निभाता है। यह सोडियम के प्रभाव को कम करता है। इसलिए यह मधुमेह के रोगियों के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद है। ज्वार बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करता है और अच्छे कोलोस्ट्रोल के प्रभाव को बढ़ाता है।
वजन घटाने में ज्वार मददगार- ज्वार की रोटी वजन को नियंत्रित करने में काफी आसान तरीका है। ज्वार के नियमित उपयोग से वजन में गिरावट आती है। क्योंकि यह फाइबर युक्त होता है। इससे आप का पाचन तंत्र भी बेहतर रहता है। ज्वार की रोटी बनाने में केवल ज्वार का आटा और नमक जितना आटे में मिलाया जाता है उतना ही उपयोग होता है।