सामान्यत: 15 साल से अधिक उम्र के लोगों नींद से जुड़ी समस्या के शुरुआती लक्षण दिखने लगते हैं। &5 की उम्र के बाद ये बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। एक सर्वे के मुताबिक देश में 10 में से एक व्यक्ति किसी न किसी तरह के नींद संबंधी विकार से पीडि़त है।
वजन बढऩे से समस्या बढ़ती
इसलिए गले में बढ़ता संकुचन : लंबाई के अनुसार 10 प्रतिशत वजन Óयादा है तो इससे जीभ की मोटाई बढऩे के साथ गले में संकुचन बढ़ता है। लंबाई के अनुसार वजन नियंत्रित रखकर समस्या से बच सकते हैं। नियमित योग व व्यायाम करें। 30 मिनट तक कार्डियो एक्सरसाइज व जॉग कर सकते हैं।
शराब, धूम्रपान से बचें : धूम्रपान व शराब के सेवन से बचें। ट्राइंक्विलाइजर जैसी दवाओं का सेवन करने से बचे इनका सेवन करने से श्वास मांसपेशियां और गले का पिछला भाग शिथिल हो जाता है, जिससे सांस लेने कि प्रक्रिया में हस्तक्षेप होता है।
सोते समय ध्यान दें : पीठ के बल सोने की बजाए पेट के बल या एक तरफ मुंह करके सोएं, पीठ के बल सोने के कारण जीभ और नरम तालु शिथिल होकर गले में पीछे की तरफ झुक जाते हैं, जिससे वायुमार्ग में रुकावट होती है।
एक्सपर्ट : डॉ. अमित गोयल, ईएनटी एक्सपर्ट, एम्स, जोधपुर