आपको बता दें कि योग-प्राणायाम के नियमित अभ्यास से शरीर रोगों के प्रति काफी अधिक प्रतिरोधी बन जाता है, साथ ही तनाव से मुक्ति मिलती है और मन भी शांत रहता है। लेकिन व्यक्ति को योगाभ्यास भी योग गुरु से प्रशिक्षण लेकर करना चाहिए, ताकि उसके सकारात्मक लाभ मिल सके। आज हम आपको ऐसे योग बताएंगे जो नियमित करने से शरीर को कई प्रकार के लाभ होते हैं।
यह वह योग प्राणायाम है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में काफी मदद करते हैं। इसी के साथ योग अन्य बीमारियों से भी लड़ने में मदद करता है। लेकिन इनका अभ्यास किसी बेहतर योग प्रशिक्षक के माध्यम से ही करना चाहिए।
अनुलोम विलोम, कपालभांति, वज्रासन, सुप्त वज्रासन, योग निद्रा, सुखासन, भ्रामरी, जनु शीर्षासन, पश्चिमोत्तान आसन, पूर्वोत्तान आसन, शवासन, सेतुबंध आसन, पवनमुक्तासन के विभिन्न प्रकार, मकरासन में भ्रामरी प्राणायाम करना आदि। योग से पाचन, रक्त परिसंचरण और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। योग से तंत्रिकाओं और अंत: स्रावी ग्रंथियों की कार्य क्षमता में वृद्धि होती है, योग पुरानी बीमारियों में काफी लाभदायक है और उन्हें रोकता भी है। इसलिए व्यक्ति को योगाभ्यास को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए।