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कैंसर मरीजों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी! ये Vaccine लगते ही शरीर खुद मिटाएगा Cancer

mRNA Cancer Vaccine: नई रिसर्च में वैज्ञानिकों ने ऐसी mRNA कैंसर वैक्सीन विकसित की है जो शरीर की इम्यून सिस्टम को खुद कैंसर सेल्स को खत्म करना सिखाती है। जानें कैसे काम करती है।

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भारत

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Dimple Yadav

Dec 11, 2025

mRNA Cancer Vaccine

mRNA Cancer Vaccine (photo- freepik)

mRNA Cancer Vaccine: कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो, वो हमारी सेहत और जिंदगी दोनों के लिए खतरा बन जाता है। अभी तक इसका इलाज कीमोथेरेपी और रेडिएशन से किया जाता रहा है, लेकिन इनके साइड इफेक्ट काफी भारी होते हैं। अब वैज्ञानिक एक ऐसा तरीका ढूंढ रहे हैं जिससे शरीर की अपनी इम्यून सिस्टम को ही कैंसर से लड़ने के लिए ट्रेन किया जा सके। यही आइडिया है mRNA कैंसर वैक्सीन का जो COVID-19 वैक्सीन की ही टेक्नोलॉजी पर आधारित है।

कैंसर वैक्सीन कैसे काम करेगी?

Binghamton University के प्रोफेसर युआन वान और उनकी टीम इस पर कई सालों से रिसर्च कर रहे हैं। उनका कहना है कि शरीर की इम्यून सिस्टम को ट्यूमर की पहचान कराकर उसे खुद कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए तैयार किया जा सकता है। जैसे COVID-19 वैक्सीन शरीर को वायरस के स्पाइक प्रोटीन दिखाकर इम्यून सिस्टम को एक्टिव करती है, वैसे ही mRNA कैंसर वैक्सीन शरीर की कैंसर कोशिकाओं पर ऐसे प्रोटीन बनवाती है जो वायरस जैसा दिखता है। इससे शरीर तुरंत अलर्ट हो जाता है और उन कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने लगता है।

कैंसर हमेशा बदलता है, फिर वैक्सीन कैसे काम करेगी?

कैंसर की एक बड़ी समस्या ये है कि ट्यूमर बदलते रहते हैं। पुराने वैक्सीन या ट्रीटमेंट उनके नए रूप पर असर नहीं करते। लेकिन नई mRNA टेक्नोलॉजी ट्यूमर को मजबूर करती है कि वो एक खास स्पाइक प्रोटीन अपने ऊपर दिखाए। इससे ट्यूमर कितना भी बदल जाए, इम्यून सिस्टम उसे पहचान लेती है और हमला कर देती है।

खास नैनोपार्टिकल्स जो ट्यूमर को टारगेट करते हैं

रिसर्च टीम ने ऐसे नैनोपार्टिकल बनाए हैं जो सीधे ट्यूमर की सतह से चिपक जाते हैं, खासकर उन ट्यूमर्स से जिनमें HER2 प्रोटीन ज्यादा होता है (ये कई तरह के कैंसर में पाया जाता है)। ये नैनोपार्टिकल्स mRNA अंदर पहुंचाकर कैंसर सेल को स्पाइक प्रोटीन बनाने पर मजबूर कर देते हैं। और जैसे ही ये प्रोटीन बनता है, इम्यून सिस्टम फट से सक्रिय हो जाती है और कैंसर सेल को दुश्मन मानकर हमला कर देती है। सबसे खास बात ये है कि COVID-19 के कारण हमारे लगभग सभी शरीरों में पहले से ही स्पाइक प्रोटीन की इम्यून मेमोरी मौजूद है। यानी कैंसर सेल जैसे ही यह प्रोटीन दिखाएगी, और तेजी से उसे नष्ट करने लगेगा।

क्या ये इलाज कब मिलेगा?

अब तक के नतीजे काफी उम्मीद भरे हैं, लेकिन ये अभी टेस्टिंग स्टेज में है। इंसानों पर इस्तेमाल करने से पहले बड़े स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग और सुरक्षा जांच की जरूरत होगी।

भविष्य में क्या बदल सकता है?

अगर यह तकनीक सफल रही तो ये कैंसर ही नहीं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों के इलाज का चेहरा बदल सकती है। mRNA आधारित इलाज भविष्य में मेडिकल साइंस की सबसे बड़ी क्रांति साबित हो सकता है।