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Diabetes: डायबिटीज की समस्या को बिल्कुल भी हल्के में न लें, आज ही दूर करें इस रोग से जुड़े हुए इन मिथ्स को

Diabetes: डायबिटीज की समस्या बहुत ही ज्यादा गंभीर होती है, इसलिए आज हम आपको इन मिथ्स के बारे में बताएंगें जिन्हें लोग बिना सोंचे समझे ही सच मान लेते हैं, वहीं इनके कारण स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्यायों का सामना भी करना पड़ सकता है।  

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डायबिटीज की समस्या को बिल्कुल भी हल्के में न लें, आज ही दूर करें इस रोग से जुड़े हुए इन मिथ्स को

myths and facts related to diabetes

Diabetes: डायबिटीज की बीमारी का खतरा पहले बढ़ती उम्र के लोगों को ज्यादातर होता था, लेकिन आजकल इस बीमारी से कम उम्र के लोग भी बेहद परेशान हैं, भारत देश में कुल मौतों में से लगभग 2 फीसदी मौतों का जिम्मेदार सिर्फ डायबिटीज की गंभीर बीमारी है। इसका निदान करने इसे नियंत्रण में किया जा सकता है, ये एक क्रोनिक कंडीशन है, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है। डायबिटीज की बीमारी से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी की बीमारी और दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए जानिए इनसे जुड़े इन मिथ्स के बारे में, जिन्हें लोग अक्सर सच मान लेते हैं।

जानिए क्या सभी प्रकार के डायबिटीज एक ही प्रकार के होते हैं
डायबिटीज बीमारी का सबसे सामान्य प्रकार टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज ही होती है, वहीं डायबिटीज के अलग-अलग कारण भी होते हैं और इनके लिए अलग-अलग इलाज की आवश्य्कता भी होती है, ये बीमारी के होने पर रोजाना अपने ऊपर अधिक ध्यान देने कि आवश्य्कता होती है, वहीं टाइप 2 डायबिटीज के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी ढेरों समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है।

जानिए डायबिटीज बीमारी से जुड़े मिथ्स के बारे में
मिथ 1: डायबिटीज एक संक्रामक बीमारी है
ये बात पूरी तरह से गलत है कि डायबिटीज एक संक्रामक बीमारी है, ये कभी भी व्यक्ति के छूने से, छींकने से एक व्यक्ति के जरिए दूसरे तक नहीं फैलती है, ये बीमारी सिर्फ डायबिटीज ग्रसित पेरेंट्स से बच्चों को ट्रांसफर हो सकती है, क्योंकि इनमें जींस बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मिथ 2: ज्यादा शुगर युक्त चीजों के सेवन से हो सकती है डायबिटीज
डायबिटीज की गंभीर बीमारी को ट्रिगर करने के लिए जेनेटिक्स और अन्य अज्ञात कारण भी जिम्मेदार हैं, वहीं टाइप 2 डायबिटीज की बात करें तो ये ज्यादातर अनियमित लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण होती है, यदि व्यक्ति का वेट ज्यादा है तो डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, और वहीं यदि डाइट में फाइबर युक्त चीजों का सेवन कम मात्रा में किया जाए या कैलोरी युक्त चीजों का सेवन ज्यादा किया जाए तो ये समस्या बढ़ सकती है।

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मिथ 3: एक बार डायबिटीज होने पर इसे ठीक नहीं किया जा सकता है
यदि आप प्रॉपर डाइट लेते हैं, खान-पान में तेल-मसाले युक्त चीजों का सेवन कम मात्रा में करते हैं, प्रतिदिन व्ययाम करते हैं तो शुरुआत में डायबिटीज की बीमारी को नियंत्रण में किया जा सकता है। शुरुआत के दिनों में ही सतर्कता बरत लेते हैं तो डायबिटीज की बीमारी का जोखिम काफी हद तक दूर हो सकता है।

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मिथ 4: डायबिटीज की बीमारी अक्सर मोटापे से ग्रसित लोगों को होती है
टाइप 2 डायबिटीज की समस्या अक्सर अनियमित खान-पान के कारण और लाइफस्टाइल के कारण होती है, लेकिन इस बीमारी के कई सारे फैक्टर्स हो सकते हैं, ये बीमारी वैसे तो काफी हद तक मोटापे से जुड़ी हुई होती है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी सच नहीं है, टाइप 2 डायबिटीज का खतरा अन्य बीमारियों के कारण भी हो सकता है।

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डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। 'पत्रिका' इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।