
तिरुवनंतपुरम। शराब पीकर गाड़ी चलाना कितना खतरनाक होता है ये तो सब जानते हैं। शायद यही कारण है कि कई जगह लोगों से नशे की हालत में खुद ड्राइव करने की बजाए टैक्सी या कैब लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन केरल में अब आप शराब पीने के बाद नशे की हालत मे लोग कैब भी नहीं ले सकेंगे। अपनेआप में अनोखे इस नियम का हालांकि केरल में भी विरोध शुरू हो गया है। कुछ लोग केरल सरकार के इस फैसले का सोशल साइट्स पर मजाक भी उड़ा रह हंै।
क्या है इस फैसले में
केरल में 23 जून को पास नए मोटर व्हीकल ड्राइविंग रेग्यूलेशन 2017 के तहत अब ड्राइवर शराब पिए हुए यात्री को लेकर गाड़ी नहीं चला सकता। ये ड्राइवर की जिम्मेदारी होगी कि वह यह जांच कर ले कि यात्री नशे की हालत में है कि नहीं। नियम के पालन में अवहेलना पर ड्राइवर के ऊपर दंड का प्रावधान भी रखा गया है।
एमवीआर 2017 के नियम 5 के तहत ड्राइवर और साथ में यात्रा करने वालों की जिम्मेदारी तय की गई हैं। यात्रियों और ड्राइवरों को इस नियम का कड़ाई से पालन करने को भी कहा गया है।
संकट में कैब ड्राइवर
इस नियम के बाद सबसे ज्यादा नुकसान कैब ड्राइवरों को ही होगा क्योंकि रात में इनकी कमाई का प्रमुख जरिया ऐसे ही यात्री होते हैं। हालांकि, कैब ड्राइवर अभी राहत की सांस ले रहे हैं क्योंकि नियम आधिकारिक रूप से तो लागू हो चुका है लेकिन सरकार ने वास्तविकता में इसपर कड़ाई शुरू नहीं की है।
सोशल साइट्स पर विरोध
नियम बनने के बाद इसके औचित्य पर सवाल शुरू हो गए हैं। कुछ इसे बेकार बता रहे है तो कुछ यूजर इस कानून का मजाक उड़ा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है कि नशे की हालत में अब यात्रियों को घर जाने के लिए कैब की बजाए होटल देखना होगा।
Published on:
15 Aug 2017 06:46 pm
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