
patna aiims says music on 432Hz Frequency help for sleep
नई दिल्ली। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी और तनाव के चलते कई लोगों को नींद न आने की समस्या हो जाती है। ऐसे में लोग अच्छी नींद के लिए तरह-तरह के नुस्खे आजमाते हैं। वहीं कुछ मामलों में तो लोगों को डॉक्टर की सलाह पर नींद की गोलियां लेनी की जरूरत भी पड़ने लगती है। अगर आप भी ऐसी ही परेशानी से जूझ रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। आज हम आपको बताएंगे कि बिना नींद की गोलियों के आप कैसे अच्छी नींद ले सकते हैं।
म्यूजिक से लोगों को आई आरामदायक नींद
आपने कई लोगों से सुना होगा कि उन्हें म्यूजिक सुनकर आरामदायक नींद आ जाती है, तो अब आप भी अपना पसंदीदा म्यूजिक सुनते हुए आराम से सो सकेंगे। लेकिन उसके लिए जरूरी है कि म्यूजिक की फ्रीक्वेंसी 432 हर्ट्ज की हो। दरअसल, पटना एम्स ने एक रिसर्च में पाया है कि 432 हर्ट्ज की फ्रीक्वेंसी पर कोई म्यूजिक सुनें और ट्यून को एंजॉय करते-करते लेटकर आंखें बंद कर लेने से आप आरामदायक नींद सो सकेंगे।
रिसर्च में इस आयु वर्ग के लोगों को किया गया शामिल
एम्स में फिजियोलॉजी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. कमलेश झा का कहना है, हमने लोगों की नींद की समस्या को लेकर रिसर्च किया है। इस रिसर्च में हमने 30 से 40 आयु वर्ग के 50 से अधिक स्वस्थ लोगों को शामिल किया है। उन्होंने बताया कि रिसर्च में शामिल लोगों को कोई दिमागी बीमारी या परेशानी नहीं थी, लेकिन उन्हें नींद नहीं आ रही थी।
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ऐसे में रिसर्च में शामिल लोगों को अलग-अलग दिन रैंडम म्यूजिक सुनाकर सुलाने की कोशिश की गई। रिसर्च में पाया गया कि एक खास फ्रीक्वेंसी की धुन सुनने वालों को नींद पहले आई और उनकी नींद पूरी भी हो गई। डॉ. कमलेश झा का कहना है रिसर्च में हर तरह के प्रोफेशन वाले लोगों को शामिल किया गया था। इसके लिए सितार और बांसुरी के साथ अन्य वाद्य यंत्रों की धुन को 432 हर्ट्ज पर तैयार किया। हमने पाया कि यह ध्वनि की एक ऑडियल फ्रीक्वेंसी है, जिससे मस्तिष्क को सुकून मिलता है।
Published on:
13 Nov 2021 05:34 pm
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