– अपनी जरूरी जांचें करवाएं।
– बच्चे के स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए जन्म से पहले कुछ जांच करवाएं।
– भोजन तरल पदार्थ के रूप में लेना शुरू करें।
– थकावट, सुबह महसूस होने वाली कमजोरी यदि हो तो अपने काम करने का समय कम करे।
– भारी चीजों को न उठाएं।
– पपीता को न खाएं।
– एक बार जब आप प्रेग्नेंसी के 3 महीने पूरे कर लेते हैं तो परिवार और दोस्तों को खुशखबरी सुनाने की योजना बनाएं।
– अल्कोहल न लें।
– ज्यादा कॉफी का सेवन करने से बचें।
– स्मोक छोड़ दे।
– टेंशन न लें ।
– ऊबड़-खाबड़ रास्तों से बचें।
– जितना हो सके उतना आराम करें।
– हेल्दी डाइट यानी स्वस्थ आहार फॉलो करें।
– ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को नॉर्मल रखने के लिए नियमित रूप से टहलें ।
– यदि आप किसी असामान्य बदलाव महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें।
– डॉक्टर की सलाह पर अपने शुगर लेवल की जांच करवाएं और गर्भावस्था तक हर तरीके से अपने डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के लेवल को नॉर्मल रखें।
– खुजली को कम करने के लिए अपने पेट को मॉइस्चराइज करना शुरू करें।
– आरामदायक कपडे पहनें ।
– ध्यान रखें तीसरी तिमाही अक्सर थकान लाती है।
– यदि आपको आराम करने और अच्छी नींद लेने की आवश्यकता महसूस हो तो हफ्ते के अंत में सब काम छोड़ कर नींद पूरी करें।
– जैसे-जैसे आपका शिशु बढ़ता रहता है, आपके अंग सिकुड़ जाते हैं और ऊपर की ओर खींचे जाते हैं। इससे निपटने के लिए, दिन के दौरान कई बार थोड़ा-थोड़ा भोजन खाने की कोशिश करें।
– यह एक बेहद खास समय होता है और इसमें सभी जरूरी डॉक्यूमेंटेशन हो जाने चाहिए।