शिशु के मानसिक विकास में आयोडिन का बहुत महत्व होता है। इसलिए यदि आप थॉयराड पेशेंट हैं तो आपको अपने डॉक्टर से हमेशा संपर्क में रहना होगा।
छठें महीने से ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड की मात्रा बढ़ाएं
दूसरा छह महीने की गर्भवती होने के बाद से ही आपको ओमेगा फैटी-3 और 6 वाली चीजें खाने में बढ़ा दें। चाहें तो डॉक्टर से संपर्क कर आप इसके सप्लीटमेंट भी ले सकती हैं। ये बच्चे के मानसिक विकास के लिए बहुत ही ज्यादा सहायक होता है। तेज दिमाग के लिए ओमेगा फैटी एसिड बहुत कारगर होता है।
अगर आपको ये लगता है कि आयरन की टेबलेट खा लेना ही काफी है तो जान लें कि फॉलिक एसिड की कमी कई बार जन्मजात शिशु के कटे होंठ और तालू जैसी बीमारी की वजह बनती है। फोलिक एसिड गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के ऊतकों व कोशिकाओं के निर्माण के लिए जरूरी होता है। यह विटामिन बी12 की तरह काम करता है और शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और आयरन को संतुलित करता है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)