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Yoga for belly fat: खाने के बाद सिर्फ पांच मिनट नियमित करें ये योगासन, पेट की चर्बी हो गाएगी गायब

योगासन का नियमित अभ्यास मस्तिष्क और शरीर को सेहतमंद बनाता है। योगाभ्यास से कई शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं।

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जयपुर

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Jyoti Kumar

Jun 04, 2023

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जयपुर। योगासन का नियमित अभ्यास मस्तिष्क और शरीर को सेहतमंद बनाता है। योगाभ्यास से कई शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं। अधिकतर लोग सुबह योगाभ्यास करते हैं या शाम को खाली वक्त में योग करते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को यह चिंता रहती है कि खाने के बाद कहीं उनके पेट की चर्बी न बढ़ जाए। इसलिए वजन बढ़ने के डर से लोग भोजन के पश्चात पैदल चलकर खाने को डाइजेस्ट करने की कोशिश करते हैं।

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पाचन सही से होने से पेट संबंधी समस्या नहीं होती और वजन भी नियंत्रित रहता है। ऐसा माना जाता है कि खाने के योगा नहीं करनी चाहिए। लेकिन भोजन करने के तुरंत बाद योगासन भी किया जा सकता है? योग विशेषज्ञ कहते हैं कि भोजन के तुरंत बाद 15 मिनट के लिए एक योग का अभ्यास पाचन तंत्र को सबसे प्रभावी तरीके से विनियमित करने में मदद करता है। पाचन तंत्र सही रखने के लिए वज्रासन मुद्रा में बैठकर भोजन करना चाहिए। वज्रासन घुटने टेकने का आसन है। इसे डायमंड पोज भी कहते हैं। वज्रासन शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है बल्कि पेट की चर्बी कम करने में भी मदद करता है।

करने का तरीका
स्टेप 1- योगाभ्यास के लिए फर्श पर घुटने के बल बैठ जाएं और पीछे की ओर पैर के अंगूठे को एक दूसरे से क्रॉस कर लें।

स्टेप 2- धीरे धीरे शरीर को नीचे ले जाते हुए हिप्स एडियों पर टिका लें और जांघों को काफ मसल्स पर टिकाएं।

स्टेप 3- अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखकर सिर एकदम सीधा रखें और सामने देखें।

स्टेप 4- सांसों की गति को केंद्रित रखते हुए आंखें बंद कर लें। सांसों की गति ऊपर और नीचे समान होनी चाहिए।

शुरुआत में कम से कम पांच मिनट यह योग करें और अधिकतम 10 मिनट कर सकते हैं।

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मिलते हैं गजब के फायदे
नियमित वज्रासन के अभ्यास से पाचन क्रिया में सुधार आता है और कब्ज की शिकायत दूर होती है।

अल्सर और एसिडिटी जैसी समस्याएं भी दूर करने में मदद मिलती है।

वज्रासन का नियमित अभ्यास पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और कमर दर्द व साइटिका के मरीजों को राहत दिलाता है।

शरीर में पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए भी वज्रासन असरदार है।

पेट की चर्बी को कम करता है और डिनर के बाद इस आसन के अभ्यास से नींद बेहतर आती है।