रूमेटाइड अर्थराइटिस सिर्फ जोड़ों के दर्द तक ही सीमित नहीं है, अगर समय पर इसका इलाज ना कराया जाए तो ये न केवल जोड़ों और हड्डियों को नुकसान पहुंचाता है। जानिए,क्या है रूमेटाइड आर्थराइटिस?-What is Rheumatoid Arthritis?
ये बीमारी मुख्यत: हडि्डयों की समस्या से जुड़ी हुई है। ये एक ऑटोइम्यून डिस्ऑर्डर है। इसमें जोड़ों का मूवमेन्ट प्रभावित होता है। शरीर के हर जोड़ में दर्द इस बीमारी का कारण होता है। घुटने, कलाइयां, कंधा, हाथ, कोहनियां सब में दर्द होने लगता है।
ये बीमारी मुख्यत: हडि्डयों की समस्या से जुड़ी हुई है। ये एक ऑटोइम्यून डिस्ऑर्डर है। इसमें जोड़ों का मूवमेन्ट प्रभावित होता है। शरीर के हर जोड़ में दर्द इस बीमारी का कारण होता है। घुटने, कलाइयां, कंधा, हाथ, कोहनियां सब में दर्द होने लगता है।
रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षण-Symptoms of Rheumatoid Arthritis
- शरीर के हर जोड़ में दर्द होना, पीठ व मांसपेशियों में भी ऐंठन होना
- जोड़ों में अकड़न महसूस होना और चलने में चटकने की समस्या
- हाथ-पैरों के साथ पूरे शरीर में कमजोरी व सूजन
- बहुत ज्यादा थकान महसूस होना
- चलने-फिरने में दिक्कत आना
- उंगली पर गांठ या सूजन
- चुभन महसूस होना
- बहुत ज्यादा मुंह सूखना
रूमेटाइड अर्थराइटिस के उपचार के लिए एक डिजीज मॉडिफाइड एंटी-रूमेटिक ड्रग(डीएमएआरडी) दी जाती है। इसके अलावा नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग(एनएसएआईडी) या लो डोज कॉर्टिकोस्टेरॉइड का उपयोग डीएमएआरडी के साथ किया जा सकता है। अगर डीएमएआरडी आरए सूजन को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो रुमेटोलॉजिस्ट इससे संबंधित दवाई दे सकता है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।