आपको बता दें कि सत्तू जौ और चने से बनता है। इसका स्वाद भी काफी मजेदार होता है और यह सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होता है। इसका सेवन आज भी यूपी और बिहार के लोग जमकर करते हैं। कई लोग इसे शक्कर के साथ घोलकर पानी में पीते हैं। तो कुछ लोग इसे सीधा खाते हैं। तो कुछ लोग इसे पराठे कचोरी आदि में भरकर भी खाते हैं। सत्तू गर्मी के दिनों में ठंडक प्रदान करता है और पेट की बीमारियों को दूर करता है। इसलिए इसका उपयोग गर्मी के मौसम में जमकर होता है। आज हम आपको इसके कई फायदे के बारे में बताएंगे।
-सत्तू का उपयोग पानी में घोलकर करना चाहिए। इसमें स्वादानुसार चीनी या नमक भी मिलाकर पी सकते हैं।डायबिटीज के मरीजों को इसमें नमक, नींबू, जीरा मिलाकर पीना चाहिए। इससे टेस्ट भी बढ़ जाएगा, लेकिन उन्हें शुगर नहीं मिलाना चाहिए। अन्य लोग इसमें शुगर भी मिला सकते हैं।
-बारिश के मौसम में सत्तू का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह पाचन तंत्र को बिगाड़ देगा। अगर किसी को कोढ़ है तो सत्तू नहीं खाएं, सत्तू का उपयोग दिन में एक या दो बार ही करना चाहिए। इसका ज्यादा उपयोग करना नहीं चाहिए।
-जिन लोगों को पथरी की समस्या है या अन्य किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो सत्तू उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें। सत्तू खाने के फायदे……. -सत्तू वजन कम करने के लिए रामबाण उपाय है, यह शरीर को एनर्जी देता है और इसे खाने से आपका पेट भरा रहता है, इससे आपको ज्यादा खाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, इससे आपका वजन नियंत्रित रहता है।
-सत्तू का उपयोग करने से गैस, एसिडिटी की समस्या नहीं होती है। यह पाचन तंत्र को बेहतर करता है। क्योंकि इसमें प्रोटीन और फाइबर होता है और यह पेट संबंधी समस्याओं को भी दूर करने के साथ लीवर को भी मजबूत करता है।
-गर्मी के दिनों में सत्तू का नियमित उपयोग करने से शरीर का तापमान कंट्रोल में रहता है, लू नहीं लगती है। पेट में ठंडक बनी रहती है, कुछ लोगों को खून की कमी होती है, वह भी सत्तू का उपयोग करेंगे तो यह समस्या भी दूर होगी।
-शुगर और बीपी के मरीजों के लिए सत्तू का सेवन काफी लाभदायक है। क्योंकि सत्तू शरीर में बढ़ रहे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।