
कांपते हाथ हो सकते हैं इस विटामिन की कमी का संकेत! (Image Source: Gemini AI)
Shaky Hands Causes: हाथों का कांपना एक आम समस्या है जिसका कारण अक्सर लोग तनाव, थकान या बढ़ती उम्र को मानते हैं। कभी-कभी हाथ कांपने को नॉर्मल माना जा सकता है। लेकिन, लगातार या बिना किसी कारण के कंपन किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकताहै। हाथों की स्थिरता में मामूली बदलाव भी दैनिक कार्यों जैसे लिखने, वस्तुओं को पकड़ने या बर्तनों का उपयोग करने पर असर डाल सकता है। आइए जानते हैं इसका क्या कारण हो सकता है।
नर्वस सिस्टम के स्वास्थ्य को बनाए रखने में विटामिन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कुछ विटामिनों की कमी से नर्वस सिस्टम का काम प्रभावित हो सकता है। ऐसे में आपको हाथ कांपना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
विटामिन बी12 नर्वस सिस्टम और रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से नर्वस सिस्टम संबंधी लक्षण हो सकते हैं, जिनमें हाथों का कंपन भी शामिल है।
विटामिन डी, जो हड्डियों के काफी जरूरी होता है, नर्वस सिस्टम के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। क्यूरियस जर्नल ऑफ मेडिकल साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन ने विटामिन डी की कमी और कंपन जैसी नर्वस सिस्टम संबंधी गतिविधियों के बीच संबंध दिखाया है। शोध में पाया गया कि विटामिन डी की कमी को ठीक करने से पार्किंसंस रोग और न्यूरोमस्कुलर विकारों जैसे तंत्रिका संबंधी विकारों की संख्या कम हो सकती है
मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण मिनरल है जो नर्वस सिस्टम और मांसपेशी में होता है। इसकी कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और कंपन की समस्या हो सकती है। मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के कार्य में मैग्नीशियम की भूमिका इसे कंपन से पीड़ित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व बनाती है।
लगातार थकान और ऊर्जा की सामान्य कमी इस बात का संकेत हो सकती है कि आपके शरीर को बेहतर कामकाज के लिए पर्याप्त विटामिन, खासकर विटामिन बी, नहीं मिल रहे हैं।
हाथों या पैरों में झुनझुनी जैसा महसूस होना नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। यह विटामिन बी12 या मैग्नीशियम की कमी के कारण हो सकता है।
कंपन के साथ-साथ ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, भूलने की बीमारी या मानसिक थकान भी हो सकती है। विटामिन बी12 और डी जैसे कुछ विटामिन मस्तिष्क के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए इनकी कमी से याददाश्त और एकाग्रता पर असर पड़ सकता है।
हाथों, पैरों या अन्य जगहों पर मांसपेशी में ऐंठन हो सकती है। मैग्नीशियम और विटामिन डी स्वस्थ मांसपेशी कार्य के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं, और इनका कम स्तर कंपन को और बदतर बना सकता है।
विटामिन की कमी से मूड में बदलाव करने वाले न्यूरोट्रांसमीटरों का उत्पादन और कार्य प्रभावित हो सकता है, जिससे चिड़चिड़ापन, चिंता, थकान या खराब मनोदशा के साथ-साथ कमजोरी, बालों का झड़ना या घावों का ठीक से न भरना जैसे शारीरिक लक्षण भी हो सकते हैं।
विटामिन बी12 से भरपूर खाद्य पदार्थों में मांस, डेयरी उत्पाद और फोर्टिफाइड अनाज शामिल करें। विटामिन डी वसायुक्त मछली, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों और धूप से प्राप्त किया जा सकता है। मैग्नीशियम मेवों, बीजों और पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है। इसके अलावा आप धूप से विटामिन डी प्राप्त कर सकते हैं।
Published on:
19 Sept 2025 04:44 pm
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